मायावती को लेकर वाराणसी के ज्योतिषाचार्य ऋृषि द्विवेदी ने लोकसभा चुनाव को लेकर यह संकेत दिये हैं । काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व न्यासी आचार्य ऋषि द्विवेदी ने मायावती की जन्म तिथि और जन्म समय के आधार पर उनकी कुंडली तैयार की है। जिसमें ग्रह गोचर की स्थिति के आधार पर 2019-2020 के लिये मायावती कैसा रहेगा, यह बताया है।
आचार्य ऋषि द्विवेदी का कहना है कि यदि मायावती की कुंडली की बात की जाए तो 15 जनवरी 1956 को रात्रि 19:50 पर दौलतपुर में जन्मी मायावती की कुंडली कर्क लग्न और मकर राशि की बनती है. वर्तमान समय में मायावती की कुंडली में बुध की महादशा चल रही है, जो 25 जून 2013 से शुरू हुई है और यह दशा 17 सालों तक रहेगी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि अब बुध की महादशा में शुक्र की युति मायावती की इन परिस्थितियों को बदलने जा रही है। आचार्य ऋषि द्विवेदी का कहना है कि बुध की महादशा में वर्तमान समय में शुक्र का अंतर आया है, जो 19 अक्टूबर 2016 से शुरू हो गया है और 19 अक्टूबर 2019 तक मायावती की कुंडली में मौजूद रहेगा । बुध की दशा में शुक्र का अंतर मायावती को राज्यों की तरफ ले जाएगा और उनकी कुंडली में पहले से ही राज्यों की स्थिति बनी हुई है, जिसकी वजह से वह कई बार मुख्यमंत्री बन चुकी हैं और इस बार यह योग यानी बुध की दशा में शुक्र का अंतर उनको सत्ता के काफी करीब पहुंचाएगा ।
ऋषि द्विवेदी का कहना है कि 2019 और 2020 का वक्त मायावती के लिए बहुत उत्तम रहने वाला है क्योंकि जो भी चीजें गड़बड़ थी वह खत्म हो चुकी हैं और बुध में शुक्र की दशा आने से स्थितियां बदलने लगी है. यह संभव है कि मायावती इस बार चुनावों में बड़ी ताकत बनकर और सत्ता के काफी करीबी पहुंच जाएं. इतना ही नहीं, मायावती की कुंडली में मंगल का पंचम भाव यानी अपने घर में होना उनको और भी मजबूत कर रहा है. जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वृश्चिक लग्न की कुंडली में मंगल पंचम भाव यानी अपने घर में बैठा है, जिसकी वजह से उनको मजबूती प्रदान हो रही है. इसी तरह मायावती की कुंडली में भी मंगल अपने ही घर में हैं, जो उनका प्रभुत्व बढ़ा रहा है और लगातार उनको मजबूत कर रहा है ।