रामजन्मभूमि की बैरिकेडिंग के पास 5 जुलाई 2005 को सुबह के करीब नौ से सवा नौ बजे के आस-पास यह हमला हुआ था। हमलावरों ने अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग की थी और बम धमाका किया था। हमले की जवाबी कार्रवाई में पांच आतंकवादी ढेर हो गए थे, जबकि दो सिविलियंस की भी मौत हुई थी। आतंकी हमले में ड्यूटी पर तैनात जवान भी घायल हुए थे। इस हमले के मामले में तत्कालीन फैजाबाद के थाना रामजन्मभूमि में पीएसी के कृष्णचन्द्र सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस हमले के बाद इस मामले में पांच आरोपी डॉ. इरफान, मोहम्मद शकील, मोहम्मद नसीम, मोहम्मद अजीज और फारुक को गिरफ्तार किया गया जो अब नैनी जेल में बंद हैं।
इस मामले की सुनवायी स्पेशल जज SC/ST दिनेश चन्द्र की अदालत ने किया है। 63 गवाहों के बयान दर्ज किये गए। 57 गवाह अभियोजन पक्ष की ओर से पेश किएग गए थे, जबकि छह को कोर्ट की ओर से तलब किया गया था। 11 जून को दोनों पक्षों की बहस पूरी हुई, जिसके बाद कोर्ट ने फैसले के लिये 18 जून की तारीख मुकर्रर कर दी।