काशी में गंगा आरती में भक्तों के शामिल होने पर रोक, सिर्फ एक अर्चक करेगा पूजा
बनारस के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती देश ही नहीं दुनियां भर में प्रसिद्द है।

वाराणसी. कोरोना वायरस को रोकने के बनारस जिला प्रशासन पूरी सक्रियता से काम कर रहा है। बुधवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एडवाइजरी जारी करते हुए गंगा सेवा निधि को आदेश दिया है की गंगा आरती में श्रद्धालुओं को शामिल होने से रोका जाए। डीएम ने साफ कह दिया है की आरती में आयोजक पुजारी के अलावा सिर्फ दो चार अन्य लोग ही शामिल हों। जिससे भीड़ भाड़ की संभावना से बचा जा सके।
गंगा सेवा निधि को डीएम ने निर्देश देते हुए कहा है कि बुधवार से गंगा आरती में श्रद्धालुओं को शामिल नहीं किया जाएगा। अब से सिर्फ गंगा आरती के आयोजक ही आरती में शमिल होंगे। साथ ही ये भी कहा है कि साधारण तरीके से आयोजक आरती करेंगे साथ ही जो पुजारी आरती कराते हैं वो आरती में शामिल हों इसके अलावा सम्भव हो तो अन्य लोगों को आरती स्थल तक इकठ्ठा न होने दिया जाए।
गंगा आरती में शामिल होने के लिए दुनियां भरसे पहुंचते हैं लोग
बता दें कि बनारस के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती देश ही नहीं दुनियां भर में प्रसिद्द है। इस आरती में शामिल होने के लिए सामान्य लोगों से लेकर बड़ी-बड़ी सेलिब्रिटी तक जुटती हैं। हर रोज शाम को 5:45 बने होने वाली इस आरती में हज़ारों लोग आते है। इस समय कोरोना वायरस के मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने ये फैसला लिया है।
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एक सप्ताह विशेष सतर्कता जरूरी
दुनियां के कई देशों में लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए मेडिकल के विशेषज्ञों का मानना है की भारत के लिए अगले सात दिन बेहद अहम हैं। अगर मरीजों की संख्या न रुकी तो परेशानी बढ़ जाएगी। सरकार कोरोना से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम कर रही है। भारत में अब तक इसके जद में 147 लोग आ चुके हैं।
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