इस संबंध में एआईबीओसी के स्टेट ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्री व बैंक ऑफ इंडिया के यूपी, उत्तराखंज प्रेसिडेंट अभिषेक श्रीवास्तव ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बैंकिंग सेवा का क्लर्कियल स्टॉफ हड़ताल पर रहेगा। इससे अधिकारी वर्ग पूरी तरह से अलग है लेकिन नैतिक समर्थन जरूर है। उन्होंने बताया कि इस हड़ताल से एआईबीओसी ने खुद को अलग रखा है।
वहीं बता दें कि देश के 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 8 जनवरी को केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। दावा है कि इसमें 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी सहित विभिन्न संघों और फेडरेशनों ने पिछले साल सितंबर में आठ जनवरी, 2020 को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। हड़ताल की वजह से बैंकों का काम-काज प्रभावित होने की आशंका है।
ट्रेड यूनियनों ने संयुक्त बयान में कहा कि हड़ताल के जरिए वे सरकार से श्रमिक विरोधी, जनविरोधी, राष्ट्र विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग करेंगे। उनके मुताबिक श्रम मंत्रालय अब तक श्रमिकों को उनकी किसी भी मांग पर आश्वासन देने में विफल रहा है।
बयान में कहा गया है कि छात्रों के 60 संगठनों तथा कुछ विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने भी हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है। हालांकि इस देशव्यापी हड़ताल से वही बैंक प्रभावित होंगे जो इसमें शामिल हैं।