वाराणसी

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बैंक, एलआईसी, डाककर्मी रहे हड़ताल पर, दफ्तरो में लटका ताला, कामकाज ठप

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर बैंक, एलआईसी, डाककर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल सोमवार से शुरू हुई। नतीजा दफ्तरों में ताला लटकता रहा। कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। बैककर्मियों की हड़ताल के चलते 25 करोड़ की क्लीयरिंग प्रभावित हुई। उधर एलआईसी और डाक विभाग के दफ्तरों में भी कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ।

वाराणसीMar 28, 2022 / 05:13 pm

Ajay Chaturvedi

केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में काम बंद कर हड़ताल पर बैंककर्मी

वाराणसी. ट्रेड यूनियन के आह्वान पर दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के पहले दिन केंद्र सरकार की नीतियों के विरुद्ध बैक, एलआईसी, डाक कर्मियों ने सोमवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू की। हालांकि बैकिंग सेवा से जुड़े अधिकारी इस हड़ताल से अलग रहे लेकिन लिपिक संवर्ग के हड़ताल पर रहने का असर बैंकिंग सेवा पर साफ-साफ दिखा बताया गया कि बैंकिंग सेवा ठप रहने से 250 करोड़ रुपये की क्लीयरिंग प्रभावित हुई। वहीं बैंक और एलआईसी के ऐसे ग्राहक जिन्हें इस हड़ताल की जानकारी नहीं उन्हें परेशानी भी उठानी पड़ी। इस बीच कर्मचारियों ने अलग-अलग दफ्तरों के सामने धरना प्रदर्शन किया।
सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दो दिवसीय (सोमवार और मंगलवार) देशव्यापी बंद का आह्वान किया है। इस हड़ताल को अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ का भी समर्थन है. ट्रेड यूनियन सरकार की कुछ नीतियों को तुरंत बदले जाने की मांग कर रही हैं। ट्रेड यूनियनों का कहना है कि सरकार श्रम संहिता को खत्म करे, किसी भी तरह के प्राइवेटाइजेशन को तुरंत रोके, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन यानी (एनएमपी) को खत्म करे और मनरेगा के तहत मजदूरी आवंटन को बढ़ाए और ठेका श्रमिकों को नियमित करे।
राष्ट्रव्यापी दो दिवसीय हड़ताल के तहत पहले दिन बैंक, एलआईसी और डाककर्मियों ने दफ्तरों में सुबह ही तालाबंदी कर धरना- प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। बैंकों के कर्मचारी पोस्‍टर बैनर के साथ सड़क पर उतरे और मांगों के साथ ही ग्राहकों को वापस लौटा दिया। हालांकि भारतीय स्टेट बैंककर्मी इस हड़ताल से विरत रहे जिसके चलते ग्राहकों को भी आसानी हुई।
बैंक कर्मियों ने नदेसर स्थित इंडियन बैंक के सामने प्रदर्शन कर सरकार पर अपनी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और बैंकों में तालाबंदी कर अपनी मांगों के समर्थन में पोस्‍टर बैनर लेकर एक जगह जुटे और प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।र वाराणसी में कई प्रमुख बैंकों में ताला बंद देखकर आम जनता लौट गई तो कुछ ताला खुलने की आस में देर तक इंतजार करते नजर आए।
हड़ताल में ये रहे शामिल
एस के सेठ, अनन्त मिश्र, सुशील गुप्ता, आर वी चौबे, संजय शर्मा, प्रमोद द्विवेदी, विवेक गुप्ता, अनिल चौरसिया, नीलम, प्रेमलता, अर्चना, रंजन सिंह, अरविंद दुबे, अजय, विजय, संतोष, अंजनी, वीरू, प्रदीप द्विवेदी, बालेश्वर सिंह, शीतला प्रसाद, नेहा, सिद्धार्थ आदि।
एलआईसी कर्मी केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते
एलआईसी कर्मियों ने भी जमकर किया प्रदर्शन

वाराणसी में बैंकों की बंदी के बीच भेलूपुर, मलदहिया स्थित दफ्तरों में भी विरोध सभा हुई। एलआइसी की ओर से भी इस बंदी में हिस्‍सा लिया गया है। इसकी वजह से एलआइसी की किस्‍तें जमा करने आए लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। एलआइसी कर्मचारियों ने भी केंद्र सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया।
ट्रेड यूनियन के आह्वान पर दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के पहले दिन एलआईसी के जिला शाखा में इन मुद्दो को लेकर पूर्णतः तालाबंदी रही…
एलआईसी कर्मियों की प्रमुख मांगे

1.एआईसी के आईपीओ व निजीकरण का विरोध
2. एनपीएस खत्म कर पुरानी पेंशन लागू की जाए
3.फैमिली पेंशन में सुधार जल्द से जल्द हो
4.चतुर्थ श्रेणी में नई नियुक्ति की जाय
इन मुद्दो को लेकर जिला शाखा के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान सभी साथियों ने जोरदार नारेबाजी की। किसी शाखा का ताला नहीं खुलने दिया। शाखा के इकाई मंत्री अभिरूप चटर्जी ने इस दौरान एलआईसी आईपीओ के दुष्परिणाम का बारे में अपनी बात रखी। फिर सभी साथियों ने फिर से जोरदार नारेबाजी की।
ये रहे हड़ताल पर

हड़ताल में संजय श्रीवास्तव, अभिरूप चटर्जी, अशोक कुमार, नील रत्न सिंह, विनोद कुमार, अजय सोनकर, डेजी रानी जैसवाल, प्रीति कपूर, प्रेरणा शाह, बबिता श्रीवास्तव, महेंद्र कुमार शर्मा, अमित त्रिपाठी, आशुतोष गुप्ता, राजाराम यादव, सुनील कुमार आदि शामिल रहे।
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