हंगामे की शुरुआत चंदौली से हुई जहां नवीन फल मंडी में बने मतगणना स्थल पर एक पिकअप में भरकर ईवीएम पहुंचाए जाने की सूचना के बाद हंगामा हो गया। बताया गया कि ये 35 रिजर्व ईवीएम सकलडीहा से लाई गयी थी। मौके पर सपा-बसपा व कांग्रेस और जन अधिकार पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गयी। गठबंधन और कांग्रेस व उसके सहयोगी दल के नेताओं ने वहीं धरना शुरू कर दिया। चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन चला, जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद ईवीएम को वापस सकलडीहा भेजा गया। देर रात फोर्स वहां जमी रही। जानकारी के मुताबिक मतदान के दिन खराब हुई ईवीएम को सकलडीहा तहसील कक्ष में रखा गया था। बाद में सकलडीहा से आई ईवीएम को वापस वहीं भेज दिया गया। हालांकि समर्थक इससे बेचैन थे।
बड़ा हंगामा गाजीपुर में हुआ, जहां मतगणना स्थल परिसर के तक ईवीएम भरी गाड़ी आने का दावा करते हुए गठबंधन समर्थकों ने जमकर बवल काटा। बसपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ रात के तीन बजे तक धरने पर बैठे रहे। वहां मौजूद जिम्मेदारों से अंसारी और उनके समर्थकों की तू-तू मैं-मैं भी हुई। अफजाल अंसारी सीआईएसएफ से स्ट्रांग रूम की सुरक्षा करवाए जाने को शक की निगाह से देख रहे थे। उनका कहना था कि इसकी जगह बीएसएफ या सीआरपीएफ लगायी जाय। इसके अलावा एक लिस्ट देकर हर शिफ्ट में अपने 10 लोगों को ईवीएम की निगरानी के लिये लगाए जाने की मांग कर रहे थे। एसडीएम सत्यप्रिय सिंह और सीओ उन लोगों को समझाते रहे, पर वह नहीं माने। एसडीएम ने जिलाधिकारी को पूरी घटना से अवगत कराया। मान-मनव्वल करते-करते भोर हो गयी। पशासन आखिरकार पांच लोगों को निगरानी के लिये तैनात करने पर मान गया, जिसके बाद भोर में तीन बजे धरना समाप्त हुआ।
मऊ में भी ईवीएम बदलने की अफवाह उड़ी, जिसके बाद वहां भी सपा-बसपा गठबंधन के समर्थकों ने हंगामा किया।
घोसी से बसपा प्रत्याशी अतुल राय के दर्जनों समर्थक स्ट्रांग रूम पर पहुंच गए और वहां हंगामा किया। वो लोग वहां धरना देने लगे, जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल और खुद एसपी पहुंच गए। पहले समर्थकों को समझाया गया, लेकिन फिर भी नहीं माने तो पुलिस ने कड़ाई करते हुए उन्हें खदेड़ दिया, कई समर्थक पीटे भी गए। खबरों में आए जिला निर्वाचन अधिकारी के बयान के मुताबिक हंगामा करने वाले कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है और इन पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि सपा जिलाध्यक्ष की ओर से कार्यकर्ताओं पर बिना वजह लाठीचार्ज का आरोप भी लगाया।
जौनपुर में गठबंधन समर्थकों का दावा था कि उन लोगों ने ईवीएम भरी एक गाड़ी को मतगणना स्थल की ओर आ रही थी, लेकिन उन लोगों के देखने के बाद वो वापस चली गयी। इस अफवाह के बाद समर्थकों के फोन पर बसपा प्रत्याशी श्याम सिंह यादव भी मौके पर पहुंचे और नवीन सब्जी मंडी स्थित मतगण्ना स्थल के नजदीक समर्थकों संग धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि यहां बीएसएफ लगायी जाए और उनके लोगों को भी ईवीएम की निगरानी करने की इजाजत मिले। प्रशासन ने 10 लोगों को ईवीएम की निगरानी की इजाजत दे दी। जानकारी के मुताबिक सपा जिला उपाध्यक्ष अनवारुल हक गु्ड्डू की टीम मोबाइल लेकर वहां जाती थी। सोमवार की रात मोबाइल नहीं ले जाने दिया जा रहा था। इसके बाद एक गाड़ी ईवीएम आने की अफवाह उड़ी, जिसके बाद ईवीएम बदले जाने के शक के चलते हंगामा हुआ, जो रात 12 बजे तक चला।
उधर मिर्जापुर में भी कांग्रेस प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने स्ट्रांग रूम में अतिरिक्त ईवीएम रखे जाने का आरोप लगाया। उनकी ओर से प्रेक्षक से शिकायत कर पॉलिटेक्निक स्थित स्ट्रांग रूम में 300 अतिरिक्त ईवीएम रखे जाने का दावा करते हुए इसकी शिकायत कर उसे हटाने की मांग की है।