एमसीए छात्र गौरव की हत्या के तीसरे दिन खुला विश्वविद्यालय, परिसर में रहा तनाव।
बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह
वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह पर लगा एमसीए के निष्कासित छात्र गौरव सिंह की हत्या में आरोपी बने मंगलम की फेसबुक पोस्ट को ह्वाट्सएप ग्रुपों में वायरल करने का आरोप। छात्रों का आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह ने हत्या से दो दिन पहले आरोपी छात्रों के साथ मीटिंग की थी। फिर हत्या से पहले वो देश के बाहर चली गईं। उन्होंने गौरव की हत्या के षड्यंत्र में कही न कही इनका पूरा हाथ होने का अंदेशा जताया है। इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। गौरव सिंह के साथियों ने चीफ प्रॉक्टर की गिरफ्तारी और पद से तत्काल हटाने की मांग पर अड़े है।
चीफ प्रॉक्टर द्वारा वायरल किए गए एफबी पोस्ट के बाबत छात्रो का कहना है कि चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह द्वारा हत्यारोपी के एफबी पोस्ट को व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया जाना समझ से परे है जबकि इस पोस्ट को जिला प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया है। दूसरी तरह कुलपति द्वारा इनके खिलाफ कार्यवाही न किया जाना और इनको पूरी तरह से छूट देना भी शिक्षकों और छात्रों के बीच चर्चा का विषय बना है।
छात्रों का कहना है कि बीएचयू में मैनेजमेंट के छात्र गौरव की हत्या में 120बी की आरोपी बनी बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर के गुरुवार की सुबह व्हाट्सएप के एक ग्रुप में एक पोस्ट शेयर करते ही हड़कंप मच गया। मामला छात्र की हत्या से जुड़ा है। हत्या के आरोपी छात्र मंगलम सिंह ने अपने फेसबुक वॉल पर पुलिस इंस्पेक्टर लंका भारत भूषण तिवारी, आशुतोष सिंह इशू और मृतक छात्र गौरव सिंह उर्फ बग्घा से अपनी जान को खतरा बताते हुए एक पोस्ट में प्रधानमंत्री से गुहार पलगाई गई थी। उस पोस्ट में लिखा गया था कि अगर मुझे कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी इन तीन लोगों की होगी। ये पोस्ट मंगलम सिंह ने 29 मार्च को डाली थी और इस पोस्ट को डालने के कुछ दिन बाद यानी 02 अप्रैल को गौरव सिंह उर्फ बग्घा की हत्या बिरला हॉस्टल के सामने अज्ञात बाइक सवारों द्वारा कर दी जाती है। इस हत्या कांड में मंगलम सिंह, चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह सहित 05 लोगों को नामजद किया जाता है और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ लंका थाने पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
गुरुवार को पूरे दिन परिसर में चीफ प्रॉक्टर द्वारा मंगलम सिंह की एफबी पोस्ट को ह्वाट्सएप ग्रुप में शेयर करने का मामला चर्चा का विषय बना रहा। इस बीच एमसीए छात्र गौरव सिंह की हत्या के तीसरे दिन गुरुवार को विश्वविद्यालय गमगीन माहौल में अपनी गति से चल पड़ा। सभी विभागों की कक्षाएं और परीक्षाएं सुचारु रुप से हुई। मुख्यद्वार खुलने से अस्पताल आने वाले मरीजों को भी कोई दिक्कत नही हुई मगर कैम्पस में एहतियातन सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। वैसे सभी विभागों में छात्रों के बीच गौरव हत्या कांड की ही चर्चा रही। हर कोई सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा करता रहा।