यह वेबसाइट यूजर के पाठ्यक्रम के मुताबिक इस बात का विश्लेषण करती है की किन सवालों के जवाब आसानी से दे पा रहे हैं, मुश्किल हो रही है या फिर नहीं दे पा रहे हैं। इसका पूरा डेटा सिस्टम में फीड होता रहता है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसको रीड कर अपना काम करता है।
वेबसाइट पर प्रतियोगी छात्रों के लिये ढेरों स्टडी मेटेलियल तो मौजूद हैं। इसके अलावा प्रैक्टिस सेट और माॅक टेस्ट होते हैं। एआर्ठ इन टेस्टों की गणना कर यह पता लगाता रहता है कि यूजर किस तरह के कंटेंट को बार-बार पढ़ रहा है, छोड़ दे रहा है या फिर उसपर कोई प्रतिकि्या नहीं दे रहा है। इसका पूरा रिकाॅर्ड रखता है। वेबसाइट इस तकनीक से छात्रों की तैयारी का पूर्व आंकलन करती है और उन्हें अलर्ट करती रहती है।
बीएचयू आईआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक-एमटेक कंबाइंड की पढ़ाई कर चुके हर्षित का दावा है कि यह देश की अपनी तरह की पहली वेबसाइट है। इसे बनाने में उसके दो दोस्तों आईआईटी के सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रीम के बीटेक छात्र वैभव कुमार और एसआरएम चेन्नई के आयुष खाकरिया ने पूरा सहयोग किया। वेबसाइट को बनकर तैयार होेने में एक महीने का समय लगा। अभी फिलहाल 35 लाख सवाल, 5 हजार माॅक टेस्ट, 20 हजार फ्लैश कार्ड और 80 हजार से ज्यादा प्रैक्टिस वाली प्रश्नोत्तरी वेबसाइट पर मौजूद है। दावा है कि वेबसाइट पर अब तक 1000 से ज्यादा छात्र रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। हर्षित के मुताबिक वेबसाइट पर मंगलवार को लाइव मेगा टेस्ट आयोजित किया गया। इसमें जीतने वाले शीर्ष तीन छात्रों को 10 हजार रुपये की समाग्री दी जाएगी। उनका दावा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर चलने वाली यह भारत की पहली वेबसाइट है।