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BHU के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर, मरीजों का बुरा हाल

locationवाराणसीPublished: Jul 22, 2019 06:16:12 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

अभी मंगलवार को भी ये जूनियर डॉक्टर नहीं रहेंगे काम परसातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की कर रहे मांग

बीएचयू में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर, मरीज बेहाल

बीएचयू में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर, मरीज बेहाल

वाराणसी. BHU के जूनियर डॉक्टर सोमवार को हड़ताल पर चले गए। मरीजों के लिए अचानक आई इस मुसीबत से जूझने का कोई रास्ता नहीं था। वार्ड हो या ओपीडी हर तरफ मरीज और उनके तीमारदार बेहाल नजर आए। बनारस और पूर्वांचल ही नहीं समूचे उत्तर भारत की आशा के किरण सर सुंदरलाल चिकित्सालय में दूर दराज से आने वाले मरीज चाहे वो पहली बार आए हों या फालोअप के तहत हर कोई परेशान दिखा। यह जरूर है कि ओपीडी को संभालने के लिए सीनियर डॉक्टर्स ने अपनी पूरी ताकत लगा दी लेकिन मरीजों की भीड़ इतनी रही कि उनका परेशान होना लाजमी था।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से सोमवार की सुबह से ही अस्पताल और ट्रामा सेंटर में मरीज परेशान नजर आए। बाल रोग विभाग, हृदय रोग विभाग समेत सभी विभागों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। दरअसल आज सोमवार का दिन था, यानी एक दिन के अवकाश के बाद मरीजों की तादाद ज्यादा रही। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते आसपास के नर्सिंग होम और प्राइवेट क्लीनिक वालों की बन आई थी। हालांकि सीनियर डॉक्टर अपने चेंबर में मौजूद थे, लेकिन रेजिडेंट के ओपीडी ना देखने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर, वार्डों में भर्ती मरीजों की भी देखभाल ना होने पर उनके तीमारदार परेशान रहे।
आलम यह कि अस्पताल के जनरल सर्जरी, ओपीडी में मरीजों का पर्चा नहीं लिए जाने से दूर दराज से आए मरीज परेशान हुए। सुबह 10.15 बजे तक तकरीबन 200 मरीजों का पर्चा जमा किया गया था। स्त्री रोग व प्रसूति तंत्र बहिरंग विभाग में दोपहर तक महज 100 पर्चा ही जमा हुआ था, वैसे रोजाना करीब 300 पर्चा जमा होता है। सैकड़ों मरीज डॉक्टर को दिखाने को परेशान थे। चर्मरोग व रतिरोग विभाग में 100 पर्चा जमा हुआ, हालांकि इसके बाद किसी का भी पर्चा नहीं लिया जा रहा था। जबकि न्यूरोलॉजी ओपीडी में भी 100 लोगों का ही पर्चा लिया गया। ऐसे में दूर दराज से आए मरीजों लेकर तीमारदार दूसरे अन्‍य अस्‍पतालों का रुख कर रहे थे।
बता दें कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने की मांग को लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल के स्टूडेंट्स ने दो दिन की हड़ताल की घोषणा की है। इसका आज सोमवार को पहला दिन था। हालांकि इस दो दिवसीय हड़ताल से जूनियर डॉक्टरो ने इमरजेंसी, आईसीयू, लेबर रूम जैसी सुविधाओं को अलग रखा है। सर सुंदरला चिकित्सालय के जूनियर डॉक्टर अमन देव के अनुसार रेजिडेंट ओपीडी, वार्ड और ऑपरेशन थिएटर में सेवा ठप रखेंगे।
वैसे इन जूनियर डॉक्टरों ने दो दिवसीय हड़ताल की सूचना पहले ही पीएमओ, कुलपति, आईएमएस निदेशक, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को दे दी थी। रविवार को भी इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक प्रो एसके माथुर को पत्र देकर सोमवार से हड़ताल शुरू करने की जानकारी दी थी। उसके बाद ही हड़ताल का फैसला लिया गया। रेजिडेंटों ने बताया कि तीन साल से सातवां वेतनमान लागू करने को लेकर आवाज उठाई जा रही है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होने पर ये निर्णय लिया गया है। रेजिडेंटों ने कहा कि वार्ड, ओपीडी, लैब में कोई सेवा नहीं दी जाएगी। इसके अलावा दो दिनों तक कक्षाओं में भी नहीं जाएंगे।

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