वाराणसी

BHU बवाल: हॉस्टल में घुसने जा रही है पुलिस, पुरा परिसर छावनी में तब्दील, और बुलाई गई सुरक्षा

रात में पहुंचे जिलाधिकारी ने छात्रों से एक घंटे तक की मनुहार, छात्र रोयना सिंह को हटाने की मांग पर अड़े रहे।

वाराणसीSep 26, 2018 / 10:21 am

रफतउद्दीन फरीद

बीएचयू बवाल

वाराणसी. बीएचयू में बवाल के बाद मंगलवार की रात भी स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। जिला प्रशासन ने एहतियातन अगल बगल के चार जिलों से फोर्स बुला ली है। रात में डीएम खुद बीएचयू पहुंचे और छात्रों को मनाने की कोशिश की। उधर छात्र भी चीफ प्राॅॅॅक्टर रॉयना सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं। बाकायदा इसके लिये पोस्टर चिपकाये गए, जिसमें रॉयना सिंह को न हटाए जाने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गयी है। रात के माहौल को देखते हुए बुधवार को बीएचयू परिसर में फोर्स और बढ़ा दी गयी। पुलिस पुलिस इस तरह से तैयार होकर खड़ी थी कि कभी भी हॉस्टल में घुसना पड़ सकता है। ताजा जानकारी के मुताबिक हॉस्टल सर्च शुरू हो चुका है और पुलिस अभी एलबीएस छात्रावास में घुसने जा रही है।
 

बीएचयू बवाल के बाद विश्विद्यालय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक सब एक्टिव हो गए। धरने पर बैठे छात्रों से मिलने रात में खुद डीएम सुरेन्द्र सिंह गए। उन्होंने करीब एक घंटे तक छात्रों से बात की। काफी समझाने की कोशिश भी की। दूसरी ओर रात को कई थानों की फोर्स बीएचयू में मौजूद रही। बताते चलें कि बवाल के बाद विश्वविद्यालय के वीसी राकेश भटनागर ने विश्वविद्यालय के रुइया एनेक्सी रुइया मेडिकल एलबीएस बिरला छात्रावासों के छात्रों को सामान सहित हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया था। इसके विरोध में बिरला चौराहे पर हॉस्टलों के छात्र आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए धरने पर बैठ गए। छात्रों का कहना है कि बिना सूचना दिए हॉस्टल खाली नहीं कराया जा सकता। वह धरना स्थल पर वीसी को बुलाने की मांग पर भी अड़े रहे।
 

बताते चलें कि बीते 23 सितंबर सोमवार की शाम सर सुंदरलाल अस्पताल में छात्र और जूनियर डॉक्टरों में मारपीट हुई थी। बाद में यह मामला बढ़ा तो परिसर में पत्थरबाजी और आगजनी तक हुई। कई थानों की पुलिस बुलाकर हालात को काबू में करने की कोशिश की गयी। तकरीबन तीन घंटे तक बवाल चलता रहा। रात में ही पुलिस ने मार्च निकाला और हल्का बल प्रयोग भी किया।
Input By- Sunil Yadav
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