
बता दें कि प्रो मेहता ने जैनधर्म-दर्शन के क्षेत्र मे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बीएचयू के दर्शन एवं धर्म विभाग में कार्यरत प्रो. मेहता वर्तमान में पूरे देश के विश्वविद्यालयो में दर्शनशास्त्र विषय के कार्यरत प्रोफेसरों में वरिष्ठतम हैं । वो करीब 35 वर्षों से दर्शन एवं धर्म विभाग में अध्यापन व शोध कार्य से जुड़े हैं। ऐसे में अध्यात्म, साहित्य, समाज, राजनीति, कला, संगीत, नृत्य आदि विविध क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करने वाली देश-विदेश की ख्यातिलब्ध विभूतियों को सम्मानित करने वाली सुप्रसिद्ध संस्था "विचार मंच" ने उन्हें इस सम्मान के लिए चुना।
ये भी पढें- BHU के प्रो. मुकुल राज मेहता को मिलेगा आचार्य हेमचंद्र साहित्य सम्मान स्नातकोत्तर में स्वर्णपदक प्राप्त प्रो. मेहता अब तक पीएच डी उपाधि के 58 शोध-छात्रों तथा करीब बीस पोस्ट डाक्टोरल फेलो को सफलता पूर्वक निर्देशित कर चुके हैं। ये भी एक कीर्तिमान है। प्रो मेहता कई पुस्तकों एवं शोध पत्रिकाओं से विभिन्न भूमिकाओं में जुड़े हुए हैं। साथ ही अमेरिका, आस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया एवं इटली से प्रकाशित पुस्तकों में कई बार संदर्भित हैं। चालीस से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय एवं तीन सौ से अधिक राष्ट्रीय संगोष्ठियों में भागीदारी कर चुके हैं। देश-विदेशों में कई व्याख्यान दे चुके हैं। वे प्रारम्भ से ही विद्यार्थियों को आर्थिक मदद एवं मुफ्त पुस्तक वितरण तथा अपने सादगीपूर्ण रहन-सहन हेतु भी जाने जाते हैं।
रविवार को कोलकाता में विचार मंच से प्रो मेहता के सम्मानित होने पर बीएचयू के कला संकाय के प्रोफेसरों में हर्ष व्याप्त है। उनको बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से प्रो सच्चिदानंद मिश्र, प्रो सतीश कुमार दुबे, प्रो अतुल त्रिपाठी, प्रो वशिष्ठ अनूप, प्रो सुमन जैन, प्रो उमेश सिंह, डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्र, डॉ नीति सिंह, डॉ ज्योति शर्मा आदि प्रमुख हैं।