महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रताप बहादुर सिंह के अनुसार प्रो शैलजा के आत्महत्या के प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए महाविद्यालय प्रशासन ने विभागीय जांच कराने का निर्णय लिया है। इसके तहत महाविद्यालय प्रशासन ने कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग के वरिष्ठतम एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विक्रमादित्य राय की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है। कमेटी अपनी रिपोर्ट 15 कार्य दिवसों में देगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर महाविद्यालय प्रशासन संबंधित के विरूद्ध दोषी पाए जाने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बीएचयू से संबद्ध डीएवी कॉलेज में मनोविज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर शैलजा सिंह ने शनिवार आधी रात बाद अपार्टमेंट की पांचवीं मंजिला से कूद गईं थीं। पुलिस व अपार्टमेंट के लोग उन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डॉ. शैलजा रात में डीएवी में ही कार्यरत साथी प्रोफेसर के कमच्छा में विनायका स्थित विनसम अपार्टमेंट में गईं थी।
अपार्टमेंट के गार्ड ने बताया कि डॉ. शैलजा शनिवार की रात को नौ बजे दर्शन शास्त्र के प्रो सतीश सिंह के फ्लैट नंबर 306 में पहुंची थीं। दोनों में किसी बात को लेकर कहासुनी होने लगी जो दो घंटे तक चलती रही। शोर से तंग पास रहने वाले कुछ युवक डंडा लेकर अपार्टमेंट में पहुंच गए। युवकों को देखकर अपार्टमेंट के लोगों को लगा कि वह लूटपाट करने आए हैं तो उन्होंने डॉयल 100 पर शिकायत कर दी। पुलिस भी वहां पहुंच गई। तबतक दोनों शिक्षक ग्राउंड फ्लोर पर आ गये थे। झगड़े की बात सामने आने पर पुलिस और अपार्टमेंट में रहने वाले लोग दोनों को समझाने लगे। तभी डॉ. शैलजा फ्लैट में जाने की बात कहकर ऊपर चली गई। इधर पुलिस, साथी प्रोफेसर व अन्य लोगों से बात कर ही रही थी कि पावर रूम की छत पर कुछ गिरने की आवाज आई। पुलिस ने जाकर देखा तो वहां लहूलुहान डॉ. शैलजा पड़ी थीं। आनन-फानन में लोग उन्हें बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इस प्रकरण में डॉ. शैलजा के पति देवेंद्र सिंह ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। एसओ भेलूपुर नागेश सिंह का कहना है कि यदि कोई तहरीर मिलती है तो केस दर्ज कर जांच की जाएगी। बता दें कि डॉ शैलजा के पति देवेंद्र सिंह बैजनत्था स्थित एक विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं।