वैसे बीएचयू के दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने से इंकार करने का अकेले रजत ने काम किया हो पर अनेक ऐसे छात्र व छात्राएं थीं जिन्होंने एनआरसी और सीएए तथा इसके विरोध में हुई विश्वविद्यालय के छात्रों की गिरफ्तारी का विरोध किया।
बता दें कि एक तरफ जहां बनारस सहित देश भर में सीएए व एनआरसी का विरोध हो रहा है। खास बात यह कि इस विरोध प्रदर्शन में छात्रों का समूह ज्यादा मुखर है। बनारस में भी गत 19 दिसंबर को बीएचयू, आईआईटी बीएचयू, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहति तमाम कॉलेजों के छात्रों ने सीएए व एनआरसी का विरोध किया था। इस विरोध प्रदर्शन में कुल 69 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिसमें कुछ सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं लेकिन इसमें छात्रों की तादाद ज्यादा है। ऐसे भी कई छात्र इन दिनों जिला जेल में बंद हैं जिन्हें सोमवार को बीएचयू के दीक्षांत समारोह में भाग लेना था। ऐसे इन सभी गिरफ्तार छात्रों के समर्थन में एमए इतिहास के छात्र रजत ने मंच पर पहुंच कर डिग्री से लेने से इंकार कर दिया।