वाराणसी

BHU students on strike- 3 साल बाद फिर छेड़खानी के मामले को लेकर धरने पर, जाने क्या है मामला…

– BHU students on strike- ऐसे ही मुद्दे को लेकर तीन साल पहले भी छात्राओं ने दिया था धरना-तब छात्र ने की थी छेड़खानी-अब आरोपी हैं प्रोफेसर

वाराणसीSep 14, 2019 / 11:51 pm

Ajay Chaturvedi

रात में धरने पर बीएचयू की छात्राएं

वाराणसी. बीएचयू की छात्राएं (BHU students) एक बार फिर से आंदोलित हैं। वो शनिवार की देर शाम पहुंच गईं बीएचयू के मुख्य द्वार पर और धरना शुरू कर दिया। इस दफा भी कुलपति को मौके पर बुलाने की जिद है। मामला वही तीन साल पहले वाला बल्कि उससे भी ज्यादा संजीदा।
बता दें कि तीन साल पहले भी छात्राएं परिसर में अपनी आबरू की रक्षा को लेकर धरने पर बैठी थीं। मामला कई दिनों तक चला था, आगजनी और लाठीचार्ज तक हुआ था। तत्कालीन वीसी प्रो जीसी त्रिपाठी को केंद्र सरकार ने फोर्स लीव पर भेजा फिर वहीं से वह सेवानिवृत्त हो गए।
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इस बार मामला और संजीदा है। इस दफा एक प्रोफेसर आरोपी हैं छात्राओं संग छेड़-छाड़ के मामले में। प्रकरण 2018 का है जब विश्वविद्यालय के जंतु विभाग का एकेडमिक टूर गया था। छात्राओं का आरोप है कि टूर पर प्रोफेसर ने न केवल छेड़छाड़ की बल्कि मर्यादा की सारी हदें पार कर दीं। आरोप यह भी है कि क्लास में आम स्टूडेंट्स व रिसर्च स्कॉर्स के साथ भी उनका व्यवहार ठीक नहीं होता।
छात्राओं की शिकायत पर कुलपति फैक्ट फाइंडिंग जांच कराई। अब छात्राओं का आरोप है कि जांच समिति ने प्रोफेसर के खिलाफ रिपोर्ट दी बावजूद इसके उन्हें बरी कर दिया गया। वो जुलाई से फिर से विभाग आने लगे हैं पढाने।
छात्राओं ने कुलपति को कुछ यूं लिखा है पत्र

अब छात्राओं ने फिर से कुलपति को पत्र भेजा है जिसमें लिखा है, “आप को पुनः याद दिलाते हुए दुःख हो रहा है कि गत वर्ष अक्टूबर में प्रोफेसर पर एक शैक्षणिक यात्रा के दौरान छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करने का आरोप लगा था। सर आप ने स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रोफेसर को निलंबित कर मामला आंतरिक जांच समिति को सौंप दिया था। छात्राओं का आरोप है कि जांच कमेटी द्वारा कठोरतम कार्रवाई की अनुशंसा के बावजूद प्रोफेसर को बिना कार्रवाई के प्रशासन ने फिर से बहाल कर दिया। सर जब जांच कमेटी प्रोफेसर पर लगे आरोपों को सही पाती है तो उन्हें पुनः बहाल करने का क्या औचित्य। सर काशी हिंदू विश्विद्यालय की अपनी एक गौरव मयी गरिमा है, जिसको बना के रखना हम सब की जिम्मेदारी है। ऐसे शिक्षक महामना के इस बगिया को दूषित कर रहे हैं। अतः सर आपसे निवेदन है कि आप प्रोफेसर को स्थाई रूप से निलंबित करें। और इस विश्वविद्यालय की गरिमा को पुनः स्थापित करें तथा छात्राओं को न्याय दिलाएं।” ये पत्र भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंगठन की बीएचयू इकाई और समस्त विद्यालय परिवार की ओर से लिखा गया है।
धरनारत छात्र-छात्राओं की मांगें

1 – प्रोफेसर को तत्काल बर्खास्त किया जाय ।

2 – प्रोफेसर की तत्काल गिरफ्तारी हो

3 – GSCASH को लागू किया जाय
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