बैठक में रणवीर संस्कृत विद्यालय के पूर्व छात्रों ने कहा कि यही वह विद्यालय है जहां महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद पढ़ा करते थे। हमें गर्व है कि हम सभी ऐसे महान क्रांतिकारी के जूनियर हैं जिन्होंने अपनी क्रांति की जो अलख जगाई कि अंग्रेजों को देश छोड़ कर भागना पड़ा। उसके आगे ये छोटी-मोटी लड़ाई क्या है। हम इसे पूरी ताकत से अंतिम दम तक लड़ेंगे और जीत हासिल करके रहेंगे।
इस दौरान उपस्थित छात्रों ने अपने विचार प्रकट किए। तय किया गया कि अब आंदोलन की अगली कड़ी में 25 नवंबर को बीएचयू परिसर स्थित विश्वनाथ मंदिर में सुबह 10 बजे से रुद्राभिषेक किया जाएगा। फिर सोमवार को ही सायं 4 बजे से सिंह द्वार पर महामना मालवीय के मूल्यों एवं धर्म के रक्षार्थ सभा होगी।