विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं से वार्ता करने के लिए कई वरिष्ठ अध्यापकों को भेजा था, लेकिन वह नाराज छात्राओं को समझा नहीं पाये थे। बीएचयू वीसी ने भी छात्राओं के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता नहीं की थी। बीएचयू वीसी प्रो.जीसी त्रिपाठी ने छात्राओं के आंदोलन के पीछे परिसर राजनीति को जिम्मेदार ठहराया था। बीएचयू के वीसी ने आंदोलनरत छात्राओं से मिलना भी मुनासिब नहीं समझा था, यदि छात्र व छात्राओं के अभिभावक बन कर बीएचयू के वीसी जाते तो परिसर का यह हाल नहीं होगा। सबसे खास बात है कि २२ सितम्बर को पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ राज्यपाल राम नाइक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शहर में रुके हुए थे इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन सार्थक वार्ता करके आंदोलन समाप्त नहीं करा पाया।
यह भी पढ़े:-फिर चला पीएम मोदी का जादू, सभा में उमड़ी भीड़
यह भी पढ़े:-फिर चला पीएम मोदी का जादू, सभा में उमड़ी भीड़
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में जल रही है अराजकता की आग
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में काफी समय से अराजकता की आग जल रही है। कभी छात्र गुटों में भिडंत हो जाती है तो कभी छात्र व डाक्टरों के विवाद में ओपीडी ठप होती है। परिसर में हो रही नियुक्ति पर हमेशा से ही सवाल उठते रहते हैं। आम तौर पर छात्राएं शांत रहती है, लेकिन इस बार छात्राओं ने भी छेडख़ानी से अजीज आकर मोर्चा खोल दिया है। दो दिन से मुठ्ठी बंद करसंयम बरत रही पुलिस ने लाठी चलायी तो परिसर जल उठा। फिलहाल परिसर को बंद कर दिया गया है और तनावपूर्ण स्थिति के बीच शांति कायम है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की जो कार्यशैली है उससे यह कहना कठिन होगा कि आने वाले समय परिसर का माहौल फिर नहीं बिगड़ेगा।
यह भी पढ़े:-पीएम मोदी ने रखी शौचालय की नींव, कहा घर में होगा टायलेट तो बचेंगे 50 हजार रुपये
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में काफी समय से अराजकता की आग जल रही है। कभी छात्र गुटों में भिडंत हो जाती है तो कभी छात्र व डाक्टरों के विवाद में ओपीडी ठप होती है। परिसर में हो रही नियुक्ति पर हमेशा से ही सवाल उठते रहते हैं। आम तौर पर छात्राएं शांत रहती है, लेकिन इस बार छात्राओं ने भी छेडख़ानी से अजीज आकर मोर्चा खोल दिया है। दो दिन से मुठ्ठी बंद करसंयम बरत रही पुलिस ने लाठी चलायी तो परिसर जल उठा। फिलहाल परिसर को बंद कर दिया गया है और तनावपूर्ण स्थिति के बीच शांति कायम है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की जो कार्यशैली है उससे यह कहना कठिन होगा कि आने वाले समय परिसर का माहौल फिर नहीं बिगड़ेगा।
यह भी पढ़े:-पीएम मोदी ने रखी शौचालय की नींव, कहा घर में होगा टायलेट तो बचेंगे 50 हजार रुपये