बीएचयू में चिकित्सा सुविधाओं में आमूलचूल परिवर्तन
बता दें कि बीएचयू आईएमएस को जहां एम्स जैसी सुविधा मिल चुकी है। परिसर में टाटा कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहयोग से कैंसर अस्पताल निर्माणाधीन है। रेलवे कैंसर अस्पताल ने काम करना शुरू कर दिया है। वहीं सरसुंदर लाल चिकित्सायलय में नित नई नई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। मसलन दूर दराज से आने वाले मरीजों के लिए ऐप, विकलांगों के लिए ऐप, डिजिटल कार्ड यानी किसी को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। यहां तक कि अस्पताल प्रशासन से जुड़े डॉक्टरों को भी ओपीडी से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाना। सुबह आठ से शाम पांच बजे तक जांच और ओपीडी की सुविधा। छात्रों और स्टॉफ के लिए अलग खास सुविधा। उनके लिए अतिरिक्त समय। मरीजों को मुफ्त भोजन जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के बाद अब शिव की नगरी से मां विंध्यवासिनी की नगरी के लोगों की सेहत सुधारने की पहल हुई है।
बरकछा में खुलेगा महामना हॉस्पिटल
इसके तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के सर सुन्दरलाल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो विजयनाथ मिश्र ने राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा, मिर्जापुर की ओएसडी प्रो रमा देवी के साथ रविवार को बरकछा परिसर में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने दवा का स्टॉक रजिस्टर, उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि बरकछा परिसर में एक सितंबर से परिसर में ओपीडी सेवा शुरु कर दी जाएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्र को को अपग्रेड करके अत्याधुनिक चिकित्सा संसाधनों से लैस किया जाएगा। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि बीएचयू के बरकछा परिसर में 100 एकड के भूभाग पर अत्याधुनिक सुविधाओ से लैस 500 शैय्या का महामना हास्पिटल का प्रस्ताव तैयार कर चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो वी के शुक्ला की अगुवाई में कुलपति प्रो राकेश भटनागर को सौंपा जाएगा।
नक्सल पीड़ित गांव को मिलेगी चिकित्सा सुविधा, नक्सली भी आएंगे मुख्य धारा में
चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाके में अस्पताल खुल जाने से जहां लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा संसाधनों का लाभ मिलेगा वहीं आर्थिक बदहाली का दंश झेल रहे इस इलाके के बेरोजगार नौजवानो को रोजगार भी मिलेगा। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल की चिट्ठी पर बीएचयू के कुलपति प्रो राकेश भटनागर ने राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा ( मिर्जापुर) की ओएसडी प्रो रमादेवी को निर्देशित किया था कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो वी के शुक्ला और अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो विजयनाथ मिश्र संग मिलकर दक्षिणी परिसर में कैसे स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन हो इसके लिए कार्य योजना तैयार करे। कुलपति का निर्देश प्राप्त करने के बाद सर सुन्दरलाल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो विजयनाथ मिश्र ने रविवार को अपने मातहतो संग दक्षिणी परिसर का दौरा किया ।
कुछ दिनों पहले ही चिकित्सा अधीक्षक ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का किया था दौरा
बता दें कि कुछ ही दिन पहले की बात है जब सरसुंदर लाल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो मिश्र ने मिर्जापुर के नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। वह बनारस के उन युवाओं संग सोनभद्र तक गए थे जो बनारस के गांवों को सशक्त बनाने के बाद अब नक्सल प्रभावित गांवों को समाज के मुख्य धारा में लाने की कोशिश कर रहे हैं। तब प्रो मिश्र चिकित्सा अधीक्षक नहीं थे। लेकिन उनके मन में यह विचार जरूर चल रहा था कि इन अति पिछड़े इलाकों में चिकित्सा की बेहतरीन सुविधा होनी चाहिए। ऐसा होने पर नक्सल प्रभावित लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने में सफलता मिलेगी। वैसे भी प्रो मिश्र का मानना है कि चिकित्सा हो या शिक्षा ये ही दो चीजें हैं जो लोगों को मिल जाएं तो समाज की दशा और दिशा दोनों ही बदल जाए। इसी सोच के साथ उन्होंने अब बरकछा में 500 बेड का नया अस्पताल खोलने का फैसला किया है।