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BHU में सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स का निर्माण शुरू होने में लग गया एक साल

locationवाराणसीPublished: Dec 08, 2017 08:17:09 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

पीएम मोदी ने दिसंबर 2016 में रखी थी आधारशिला। शुक्रवार को हुआ भूमिपूजन। 31 जनवरी 2019 तक पूरा होना है निर्माण कार्य।

बीएचयू और सुपर स्पेशियालिटी सेंटर

बीएचयू और सुपर स्पेशियालिटी सेंटर

वाराणसी. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दावा रहता है कि वह जिस योजना की आधारशिला रखते हैं उसका लोकार्पण भी करते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के मंसूबों पर पानी फेरता दिख रहा है उन्हीं के संसदीय क्षेत्र स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वांचल ही नहीं बल्कि समूचे उत्तर भारत के लोगो की सहूलियत के लिए जिस सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स की आधार शिला 22 दिसंबर 2016 में रखी थी, उसके निर्माण के लिए साल भर बाद शुक्रवार (आठ दिसंबर 2017) को भूमि पूजन हुआ। बता दें कि योजना मुताबिक यह कांप्लेक्स 31 जनवरी 2019 तक बन कर तैयार होना है। यानी 13 महीने बचे हैं कांप्लेक्स के निर्माण कार्य पूर्ण होने में। इस कांप्लेक्स पर 200 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। 30 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बनेगा यह 360 बेड वाला सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स।
सुपर स्पेशियालिटी सेंटर के लिए भूमि पूजन
इस सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स के निर्माण की जिम्मेदारी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की बीएचयू यूनिट ने धनबाद की कंपनी कमल आदित्य इंफ्रास्ट्रक्चर को सौंपी है। आईएमएस के निदेशक प्रो. वीके शुक्ल व सरसुदंर लाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओपी उपाध्याय ने पिछले साल इस कांप्लेक्स का प्रस्ताव तैयार कर पीएमओ, स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा था। पीएमओ से स्वीकृति मिलने के बाद यह तय किया गया कि मेंटल विभाग के सामने इसका निर्माण होगा। बता दें कि इस स्थान पर अब तक अन्नपूर्णा भोजनालय था जहां गरीब मरीजों और तीमारदारों को सस्ता भोजन मिला करता था।
सुपर स्पेशियालिटी सेंटर के लिए भूमि पूजन की तैयारी
सीपीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता आरपी सिंह की मानें तो कांप्लेक्स निर्माण कार्य शुरू हो गया है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो वीके शुक्ल के अनुसार कांप्लेक्स निर्माण के बाद पूर्वांचल सहित उत्तर भारत के कई राज्यों के मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया हो सकेगी। खास तौर पर इस कांप्लेक्स में हृदय, गुर्दा और मस्तिस्क आदि का बेहतर इलाज हो सकेगा।
छह मंजिला होगा यह कांप्लेक्स

भूतल : हास्पिटल सर्विस होगी। इसमें सीएसएसडी, लांड्री, फार्मेसी, रेडियोलॉजी, सैंपल कलेक्शन सेंटर, ब्लड बैंक, ओपीडी

पहली मंजिल- न्यूरो सर्जरी वार्ड, ड्यूटी रूम, सेंट्रल लैब, न्यूरो डायग्नोस्टिक, कंसलटेंट चेंबर, रिसर्च लैब, माइनर ओटी, सेमिनार रूम व लाइब्रेरी
दूसरी मंजिल- गैस्ट्रो एंड इंडोक्राइन मेडिसिन वार्ड, वार्ड, गैस्ट्रो डायग्नोस्टिक, इंडोस्कॉपी, कंसलटेंट चेंबर, रिसर्च लैब, माइनर ओटी, सेमिनार रूम व लाइब्रेरी।

तसरी मंजिल- गुर्दा विज्ञान वार्ड, ड्यूटी रूम, सेंट्रल लैब, रीजनल डायग्नोस्टिक, डायलिसिस, कंसलटेंट चेंबर, रिसर्च लैब, माइनर ओटी, सेमिनार रूम व लाइब्रेरी।
चौथी मंजिल- हृदय विज्ञान वार्ड, बर्न यूनिट, प्लास्टिक सर्जरी वार्ड, कंसल्टेंट चेंबर, रिसर्च लैब, माइनर ओटी, सेमिनार रूम व विभाग की लाइब्रेरी।

पांचवीं मंजिल- ओटी, पोस्ट ओपी, प्री ओपी, चेंज कांपलेक्स, एडल्ट आइसीयू, निकू, थोरेसिस आइसीयू, सीसीयू, कैथ लैब, कंसल्टेंट चेंबर, रिसर्च लैब, माइनर ओटी, सेमिनार रूम व लाइब्रेरी।
छठवीं मंजिल-ओटी, पोस्ट ओपी, प्री ओपी, चेंज कांप्लेक्स, सेंट्रल आइसीयू, ड्यूटी रूम, डाक्टर व पैरामेडिकल लाउंज।

सुपर स्पेशियालिटी सेंटर की आधारशिला ऱखते पीएम नरेंद्र मोदी
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