जमीन, गोल्ड और टूर पैकेज के नाम पर जालसाजी, धोखाधड़ी और धमकाने के लिए कुख्यात नीलगिरि इंफ्रॉसिटी कंपनी के मामलें में पूर्व सीएमडी सरंगतलाब सारनाथ निवासी संजय प्रजापति को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर चौकाघाट लकड़ी मंडी से गिरफ्तार किया है। एसीपी चेतगंज संतोष कुमार मीणा ने बताया कि ये गिरफ्तारी इंस्पेक्टर चेतगंज परमहंस गुप्ता और नाटी ईमली चौकी प्रभारी सूरज तिवारी ने की है। गिरफ्तार आरोपी सूरज प्रजापति पर 17 मुकदमें दर्ज थे। काफी दिनों से सूरज की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे। एसीपी चेतगंज ने बताया कि किसानों से कंपनी के नाम पर जमीन लिखवाकर जनता से वाराणसी विकास प्राधिकरण से एप्रूवल की बात कहकर पैसे हड़पता रहा।
अन्य 8 आरोपी भी जल्द होंगे गिरफ्तार
रीयल एस्टेट के नाम पर करोड़ो रुपए की ठगी करने वाली नीलगिरी कंपनी के सीएमडी विकास सिंह, उसकी पत्नी व कंपनी की एमडी ऋतु सिंह, मैनेजर प्रदीप यादव, पूर्व मैनेजर अमित जायसवाल और एसोसिएट पलास पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन सब पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। अब छठवां आरोपी सूरज प्रजापति भी पुलिस गिरफ्त में आ गया है। वहीं, पुलिस ने मालिक दम्पत्ति विकास सिंह, ऋतु सिंह के अलावा प्रदीप पर पहले से गैंगेस्टर भी लगा चुकी है। इनके अलावा लापता चल रहे 8 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
रीयल एस्टेट के नाम पर करोड़ो रुपए की ठगी करने वाली नीलगिरी कंपनी के सीएमडी विकास सिंह, उसकी पत्नी व कंपनी की एमडी ऋतु सिंह, मैनेजर प्रदीप यादव, पूर्व मैनेजर अमित जायसवाल और एसोसिएट पलास पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन सब पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। अब छठवां आरोपी सूरज प्रजापति भी पुलिस गिरफ्त में आ गया है। वहीं, पुलिस ने मालिक दम्पत्ति विकास सिंह, ऋतु सिंह के अलावा प्रदीप पर पहले से गैंगेस्टर भी लगा चुकी है। इनके अलावा लापता चल रहे 8 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
चिन्हित कर ली गई है संपत्तियां
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि कंपनी की संपत्तियों को चिन्हित कर लिया गया है। संबंधित विभागों को कहा गया है कि वह ब्यौरा इकट्ठा करें। वर्ष 2018 से 2021 तक कम्पनी पर कुल 80 मुकदमें पंजीकृत किए गए हैं। एसआईटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है, संपत्तियों के कुर्की तक की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि कंपनी की संपत्तियों को चिन्हित कर लिया गया है। संबंधित विभागों को कहा गया है कि वह ब्यौरा इकट्ठा करें। वर्ष 2018 से 2021 तक कम्पनी पर कुल 80 मुकदमें पंजीकृत किए गए हैं। एसआईटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है, संपत्तियों के कुर्की तक की कार्रवाई की जाएगी।