रोहनियां/वाराणसी. जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण असंतुलन के खिलाफ इन महिलाओं ने आवाज बुलंद की है। उन्होंने ठाना है गांव से लेकर शहर तक की सूरत बदल के रख देंगे। शुरूआत गांव से हो रही है। इनका लक्ष्य है जीवन की रक्षा, पेड़ों की रक्षा और शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना। इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पौधे रोपना। महिलाओं ने कहा यह अभियान नियमित तौर चलेगा और पूरे इलाके को हरा-भरा करके ही दम लेंगे।
इसी सोच व दृढ इच्छा शक्ति के साथ महिलाओं ने लोक समिति और आशा ट्रस्ट के साथ मिल कर गुरुवार को बीरभानपुर गांव में पौध रोपड़ अभियान को आगे बढाया। इस क्रम में गांव की युवतियों, महिलाओं, किशोरियों संग युवाओं को जोड़ा और भगवती स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को साथ लेकर पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण किया। इसके पूर्व गांव में जनजागरूकता रैली निकाली गई। रैली में बड़ी संख्या में युवतियां और लड़कियां शामिल हुईं। वे पेड़ लगाओ जीवन बचाओ, सांसे हो रही हैं कम आओ बृक्ष लगाये हम। जल ही जीवन हैं, इसकी रक्षा करे, खुले में शौच करना बंद करो आदि नारे लगाते हुए और हाथ में तख्तियां लेकर चल रही थीं । सभी ने गांव को हराभरा रखने का संकल्प लिया। इस अवसर पर महिलाओं ने कहा कि गांव में पर्यावरण संरक्षण के लिए वे लगातार जन जागरूकता अभियान जारी रखेंगी।
सभी ने अपने अपने घर पर व गांव के सार्वजनिक स्थानों पर और खेतों तथा सड़क के किनारे छायादार पौधे लगाए। सभी लोगो ने पौधे को बचाने की जिम्मेदारी भी ली। लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने कहा कि पेड़ों से पेट भरने के लिए फल-सब्ज़ियां और अनाज मिला, तन ढकने के लिए कपड़ा मिला, घर के लिए लकड़ी मिली। इनसे जीवनदायिनी ऑक्सीज़न भी मिलती है, जिसके बिना कोई एक पल भी ज़िंदा नहीं रह सकता। इनकी रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर मुख्य रूप से सोनी, सरिता, अनीता, रामबचन, रेखा, निर्मला, प्रेमा, गीता, उषा, दिलीप, रोहित, लालमन, रवि, त्रिभुवन, विकास प्रकाश, राकेश आंचल, राधा, चांदनी आदि मौजूद रहे।