शिवपाल सपा से दूर हैं। अपने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के साथ सपा के पूर्व मंत्री विधायकों को भी जोड़ने का काम तेजी से शुरू कर दिया है। जिससे भाजपा के खेमें मे खुशी है। शुक्रवार को बलिया-गाजीपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय के कुछ एक बयानों से ये साफ लगा कि आने वाले समय में शिवपाल को भाजपा अपने साथ रखने में परहेज नहीं करने वाली है।
कहा शिवपाल हैं जमीनी नेता भाजपा प्रदेश अध्य़क्ष पांडेय से जिले में एक कार्यक्रम के बाद जब पत्रकारों ने शिवपाल को लेकर सवाल किया तो अध्यक्ष जी के मन में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होने तबाक से जवाब देते हुए कहा कि शिवपाल एक जमीनी नेता हैं। साथ ही शिवपाल की तारीफ भी किया। इसकी के साथ ही जब पत्रकारों ने उनसे आगामी लोकसभा के चुनाव में शिवपाल के संगठन के साथ भाजपा के गठबंध को लेकर सवाल किया तो उन्होने गठबंधन करने से इनकार नहीं किया।
गठबंधन पर आगे होगा विचार शिवपाल के समाजवादी मोर्चा के साथ गठबंधन को लेकर महेन्द्र नाथ पांडेय ने कहा कि शिवपाल जमीनी नेता है। उन्होने एक संगठन बनाया है। लोकतंत्र में संगठन बनाने का और उसे ऊंचाई पर ले जाने का अधिकार हर किसी को है। रही बात गठबंधन की तो ऐसा किया जायेगा या नहीं इस पर आगे विचार किया जायेगा।
शिवपाल आये साथ तो भाजपा को मिलेगी मजबूती राजनीतिक जानकार कहते हैं कि शिवपाल सिंह यादव भी लगातार ये बयान दे रहे हैं कि कोई भी गठबंधन बिना हमारे सफल नहीं होगा। इधर अब भाजपा के प्रदेशअध्यक्ष ने भी उनके संगठन से गठबंधन के सवाल पर इनकार नहीं किया। बल्कि इस पर आगे विचार किया जायेगा कहकर उन्होने संकेत दे दिये हैं कि शिवपाल को गठबंध का हिस्सा भी बनाया जा सकता है। ऐसे में अगर शिवपाल भाजपा के साथ हिस्सा बनते हैं तो भले एक- दो सीट भाजपा को देना पड़े। लेकिन पूरे प्रदेश में भाजपा को जबर्दस्त फायदा होगा और सपा को उतना ही बड़ा नुकसान।
सवर्णों को याद दिलाया तिलक, तराजू और तलवार इतना ही नहीं भाजपा के नेता ने मायवती को दोहरा चरित्र वाली नेत्री कह दिया। कहा कि भाजपा पर जातिवाद, धर्मवाद का आरोप लगाने वाली मायावती को याद करना चाहिए कि तिलक, तराजू और तलवार….. की भाषा उन्होने ही बोली थी। आज जब भाजपा लोगों के हक की बात कर रही है तो वो हमें बदनाम करने के लिए हर तरीके के हथकंडे अपना रही हैं।