गोरखपुर संसदीय सीट पर सीएम योगी के कहने पर मंदिर से जुड़े उपेन्द्र दत्त शुक्ला को प्रत्याशी बनाया गया है। बीेजेपी जानती है कि गोरखपुर संसदीय सीट पर ११ मार्च को होने वाले उपचुनाव में विजय हासिल करनी है तो गोरक्षापीठ से जुड़ा प्रत्याशी ही होना चाहिए। बीजेपी ने इसी समीकरण पर भरोसा करते हुए उपेन्द्र दत्त शुक्ला को टिकट दिया है। फूलपुर संसदीय सीट पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या की पत्नी, अमरनाथ यादव का नाम भी टिकट पाने वालों की सूची में था लेकिन बीजेपी ने सभी समीकरणों को दरकिनार करते हुए बनारस क ेपूर्व मेयर कौशलेन्द्र सिंह पटेल को टिकट दिया है।
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बनारस के सबसे युवा मेयर रह चुके हैं कौशलेन्द्र सिंह पटेल
बनारस के सबसे युवा मेयर कौशलेन्द्र सिंह पटेल रह चुके हैं। इसके बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि कौशलेन्द्र सिंह पटेल को भगवा पार्टी में बड़ी भूमिका हो सकती है। बीजेपी ने पटेल बाहुल्य सीट पर कौशलेेन्द्र सिंह पटैल को टिकट देकर जातीय समीकरण साधने की तैयारी की है। सपा ने फूलपुर से नागेन्द्र प्रताप सिंह पटेल व गोरखपुर से प्रवीण कुमार निषाद को टिकट दिया है। इससे साफ हो जाता है कि इस बार का उपचुनाव बेहद दिलचस्प हो चुका है।
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बनारस के सबसे युवा मेयर कौशलेन्द्र सिंह पटेल रह चुके हैं। इसके बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि कौशलेन्द्र सिंह पटेल को भगवा पार्टी में बड़ी भूमिका हो सकती है। बीजेपी ने पटेल बाहुल्य सीट पर कौशलेेन्द्र सिंह पटैल को टिकट देकर जातीय समीकरण साधने की तैयारी की है। सपा ने फूलपुर से नागेन्द्र प्रताप सिंह पटेल व गोरखपुर से प्रवीण कुमार निषाद को टिकट दिया है। इससे साफ हो जाता है कि इस बार का उपचुनाव बेहद दिलचस्प हो चुका है।
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