इस बीच भाजपा महासचिव राम माधव के बीएचयू पहुंचने और उनके काफिले को रोके जाने संबंधी सूचनाएं सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगीं। देखते ही देखते यह खबर पूरे शहर में फैल गई कि विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने राम माधव का काफिला रोक दिया। उनके सुरक्षाकर्मियों से नोकझोंक हुई।
लेकिन पत्रिका ने इसकी पड़ताल करते हुए जब चीफ प्रॉक्टर प्रो ओपी राय से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। दरअसल सुबह से ही परिसर में छात्रों का एक गुट होल्कर भवन के पास धरना दे रहा था। दोपहर बाद दूसरा गुट उनके विरोध में धरने पर बैठ गया। इसके चलते मुख्य द्वार जाम हो गया था। इसी बीच भाजपा नेता आए और उनका काफिला छात्रों के प्रदर्शन के जाम में फंस गया। लेकिन इसकी सूचना मिलते ही उन्हें दूसरे रास्ते से गेस्ट हाउस पहुंचा दिया गया।