-Truth of development: आरटीआई में हुआ खुलासा-एक अन्य विधायक का भी यही है हाल-मुगलसराय है चंदौली संसदीय क्षेत्र का अंग-यहां के सांसद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे, अब केंद्र में हैं मंत्री
डॉ महेंद्र नाथ पांडेय
वाराणसी. पूरे देश में विकास कां डंका पीटने वाली भारतीय जनता पार्टी का Truth of development: यह है कि केंद्रीय मंत्री और सांसद ने अपने संसदीय कोटे से नगर पालिका परिषद क्षेत्र को अछूता छोड़ दिया जो बीजेपी और जनसंघ के जनका का क्षेत्र कहा जाता है। यहां एशिया का सबसे बड़ा रेलेव जंक्शन है जिसका नाम भी बदला जा चुका है। लेकिन नगर पालिका परिषद क्षेत्र के निवासी विकास को तरस रहे हैं। ताज्जुब तो यह कि क्षेत्रीय विधायक ने भी इस इलाके को एक पाई भी नहीं दी है। बता दें कि नगरपालिका परिषद में कुल 25 वार्ड हैं। इन वार्डो के विकास के प्रति न सांसद को कोई फिक्र है न विधायक को कोई चिंता।
बता दें कि चंदौली संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय। इन्होंने 2014 से लेकर अब तक इस टाउन एरिया पर अपने सांसद निधि की फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं की। इसका खुलासा हुआ है जन सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत। स्थानीय निवासी व अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने आरटीआई के तहत यह जानकारी मांगी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित समूची भाजपा के आदर्श रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से विख्यात इस शहर मुगलसराय के विकास के लिये चंदौली के सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने 2014 से अब तक कितनी धनराशि खर्च की। ऐसे में जवाब मिला कि उन्होने 2014 से अब तक एक भी पैसा इस इलाके को नहीं दिया है।
मुगलसराय के आरटीआई एक्टिविस्टों की संस्था ” रक्त ” के अध्यक्ष , वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक एडवोकेट के जिला परियोजना निदेशक चंदौली से आरटीआई के द्वारा ली गई सूचना से यह जानकारी हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने परियोजना निदेशक चंदौली से आरटीआई के माध्यम से यह पूछा था कि चंदौली संसदीय क्षेत्र के वर्तमान सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने जून 2014 से अप्रैल 2019 तक अपने पहले कार्यकाल में नगर पालिका परिषद मुगलसराय के विकास के लिए अपनी सांसद निधि से कितनी धनराशि दी। साथ ही जून 2019 से दूसरे कार्यकाल में भी अब तक अपने (एम पी एल ए डी ) से कितनी धनराशि नगर पालिका परिषद क्षेत्र के विकास को दी है। और यदि दी है तो इस धनराशि से नगरपालिका पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के किन किन वार्डों में विकास कार्य हुए हैं। क्या-क्या विकास कार्य हुए हैं ?
इस आरटीआई का जो जवाब मिला वह बेहद चौंकाने वाला है। परियोजना निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंदौली ने अपने पत्रांक 1157 / सा नि / विविध/ 2019-20 के माध्यम से दिनांक 12 सितंबर 2019 को संतोष कुमार पाठक एडवोकेट को बताया कि डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय सांसद चंदौली ने 16वीं लोकसभा के लिए जून 2014 से अप्रैल 2019 तक नगर पालिका परिषद मुगलसराय के लिए सांसद निधि से किसी धनराशि की अनुशंसा अभी तक नहीं की गई। सांसद के दूसरे कार्यकाल अर्थात 17वीं लोकसभा के लिए भी सांसद निधि में धनराशि का आवंटन अभी तक नहीं हुआ है।
बताया कि 16वीं लोकसभा के लिए सांसद डॉ.पांडेय के अंश स्वरूप वित्तीय वर्ष 2014-15 से लेकर 2018-19 तक कुल 250000000 रुपये ( पच्चीस करोड़ रुपये) की धनराशि मुक्त की गई थी। यानी बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जिन्होंने लगातार दूसरी बार इस इलाके से जीत हासिल की है, वो सांसद अपनी सांसद निधि की 25 करोड़ रूपये की धनराशि में से 25 पैसा भी मुगलसराय शहर के विकास के लिए देना मुनासिब नहीं समझते।
दूसरे सवाल में एडवोकेट संतोष कुमार पाठक ने पूछा था कि मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र 380 की विधायक साधना सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान अप्रैल 2017 से अब तक अपनी विधायक निधि से नगरपालिका मुगलसराय को कितनी धनराशि दी है। उससे क्या-क्या विकास कार्य हुए हैं। पता चला कि विधायक साधना सिंह ने भी मुगलसराय नगर के विकास के लिए अपनी विधायक निधि से एक भी पैसा आज तक नहीं दिया।
परियोजना निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण चंदौली ने बिंदु संख्या -2 के जवाब में बताया कि साधना सिंह सदस्य विधानसभा 380 मुगलसराय द्वारा अप्रैल 2017 से अब तक नगर पालिका मुगलसराय को विधायक निधि से कोई भी धनराशि देने की संस्तुति नहीं की गयी है, जबकि अप्रैल 2017 से अब तक विधायक मुगलसराय की निधि में कुल 4 करोड़ 50 लाख रुपए की धनराशि अवमुक्त की गई है।
संतोष कुमार पाठक एडवोकेट ने सवाल खड़े किए कि क्या मुगलसराय नगर पालिका परिषद के लोग सांसद और विधायक को वोट नहीं करते है ? क्या मुगलसराय नगर का विकास सिर्फ नगर पालिका के चेयरमैन के ही जिम्मेदारी है। सांसद और विधायक क्या सिर्फ वोट लेने के लिए आते हैं। मुगलसराय का विकास जहां का तहां पड़ा है, मुगलसराय में रास्ते, सड़कें ठीक नहीं हैं हर तरफ गड्ढे है। नगर में सीवेज सिस्टम है ही नहीं। नालियां सड़क पर बहती हैं। मुगलसराय में कोई अच्छा विज्ञान का विद्यालय नहीं है जहां छात्र छात्राएं साइंस की पढ़ाई कर सकें। मुगलसराय में कोई अच्छा अस्पताल नहीं है। यहां के लोग किसी दुर्घटना के होने या बीमार पड़ने पर बनारस की ओर रुख करते है। मुगलसराय में जाम की समस्या दिन प्रतिदिन विभत्स रूप लेती जा रही है। कोई फ्लाईओवर नहीं है। सांसद डॉ. पांडेय से संतोष कुमार पाठक एडवोकेट ने पूछा है कि मुगलसराय की जनता को जाम के झाम से कब मुक्त कराएंगे। मुगलसराय मुख्य बाजार में फ्लाईओवर कब बनेगा। मुगलसराय में एक दशक से फ्लाईओवर की मांग की जा रही है।