वर्ष 2014 संसदीय चुनाव के पहले से ही बीजेपी ने एक खास योजना बनायी है उसी पर पार्टी के नेता काम करते हैं। बीजेपी के विरोधी दल अभी तक यह तय नहीं कर पाये हैं कि संसदीय चुनाव मिल कर लडऩा है या फिर अकेले ही चुनावी मैदान में तोल ठोकनी है। इसके विपरित बीजेपी ने अभी से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, जिसका आगाज बनारस से होगा। फिलहाल बीजेपी ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट गयी है इसका कितना लाभ पार्टी को होता है यह तो समय ही बतायेगा।
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फरवरी में होगा आरएसएस प्रमुख का आगमन
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आगमन 16६ फरवरी को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में स्वंयसेवकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में होगा। आरएसएस भले ही संघ प्रमुख के आगमन को बीजेपी की तैयारी से जोड़ कर नहीं देख रहा है, लेकिन बीजेपी व संघ के संबंधों की बात की जाये तो पता चलता कि जो दिखाया जाता है वह होता नहीं है। इसे संजोग नहीं माना जा सकता है कि एक तरफ बीजेपी अपना वोट बैंक बढ़ाने में जुटी है तो दूसरी तरफ संघ प्रमुख भी स्वंयसेवकों को चुनाव के लिए तैयार करने में जुटे हैं। संसदीय चुनाव 2019 में बनारस की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है यह बीजेपी व आरएसएस के कार्यक्रम से जाना जा सकता है। जनवरी में बीजेपी के कार्यक्रम में खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व सीएम योगी आदित्यनाथ भाग लेंगे। फरवरी में संघ प्रमुख मोहन भागवत व पीएम नरेन्द्र मोदी भी आयेंगे।
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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आगमन 16६ फरवरी को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में स्वंयसेवकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में होगा। आरएसएस भले ही संघ प्रमुख के आगमन को बीजेपी की तैयारी से जोड़ कर नहीं देख रहा है, लेकिन बीजेपी व संघ के संबंधों की बात की जाये तो पता चलता कि जो दिखाया जाता है वह होता नहीं है। इसे संजोग नहीं माना जा सकता है कि एक तरफ बीजेपी अपना वोट बैंक बढ़ाने में जुटी है तो दूसरी तरफ संघ प्रमुख भी स्वंयसेवकों को चुनाव के लिए तैयार करने में जुटे हैं। संसदीय चुनाव 2019 में बनारस की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है यह बीजेपी व आरएसएस के कार्यक्रम से जाना जा सकता है। जनवरी में बीजेपी के कार्यक्रम में खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व सीएम योगी आदित्यनाथ भाग लेंगे। फरवरी में संघ प्रमुख मोहन भागवत व पीएम नरेन्द्र मोदी भी आयेंगे।
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