वाराणसी. बागियों से परेशान बसपा को भाजपा के प्रदेश उपाध्याक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती पर विवादित टिप्पणी कर उसे संजीवनी दे दी थी। अतिउत्साह में आकर बसपा ने भी वहीं गलती दोहराते हुए दयाशंकर सिंह की पत्नी व बेटी को लेकर अशोभनीय नारेबाजी कर दी। चुनावी रणभूमि में तप रहे उत्तर प्रदेश में बाजी एक बार फिर भाजपा के हाथ लग गई है। बसपाइयों द्वारा लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान जिस तरीके से भाजपा से निष्कासित हुए दयाशंकर सिंह की नाबालिग बेटी को लेकर अश्लील नारेबाजी की, उस मुद्दे को लेकर भाजपा अब दमखम के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है।
भाजपा उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर शनिवार को धरना-प्रदर्शन करने जा रही है। बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में के नारे के साथ भाजपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। वाराणसी में प्रदर्शन के बाबत जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने नगर के सभी पार्षदों व पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय पहुंचने का निर्देश दिया है। उधर जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने भी पंचायत सदस्यों समेत अन्य कार्यकर्ताओं संग जिला मुख्यालय पहुंचने को कहा है। देर शाम पार्टी कार्यालय में प्रदर्शन को सफल बनाने की रणनीति तैयार की गई। जिले के सभी भाजपा विधायक भी अपने-अपने स्तर से प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए देर रात तक संपर्क करने में जुटे थे।
गौरतलब है कि भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती पर अभद्र टिप्पणी कर दी थी जिसकों लेकर संसद से लेकर सड़क तक हंगामा हुआ था। हंगामे के बाद बसपा की ओर से लखनऊ में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अतिउत्साह में आए बसपा कार्यकर्ताओं ने भी अपनी मर्यादा को लांघते हुए दयाशंकर सिंह की बेटी को लेकर अशोभनीय नारेबाजी की। इस मामले को भाजपा ने गंभीरता से लिया और पार्टी दयाशंकर सिंह के परिवार के साथ खड़ी हो गई। दयाशंकर की पत्नी व मां ने भी लखनऊ के हजरतगंज थाने में बसपा सुप्रीमो मायावती समेत चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि पोस्टरवार के बाद यूपी की चुनावी रणभूमी में शुरू हुई जुबानी जंग में जीत किसके खाते में दर्ज होगी।