बता दें कि बीजेपी के टिकट पर दो बनारस बनारस के सांसद रहे स्व. शंकर प्रसाद जायसवाल ने इस शहर के विकास के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में उन्होंने बनारस के विकास के लिए कई योजनाएं लागू कीं। लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने उनको लगभग भुला ही दिया था। दो साल पहले ही उनका निधन हुआ था। अब उनके निधन के बाद उनकी की पुत्र वधु मृदुला जायसवाल पर पार्टी ने वाराणसी सीट पर भरोसा जताया है। वह ल्यूब्रिकेंड्स एंड इंडस्ट्रियल आयल व्यसाय से जुड़ी हैं। शिक्षा दिक्षा परास्नातक विज्ञान। बता दें कि मिडिया सहित राजनीतिक हलकों में जिन नामों को उछाला जा रहा था पार्टी ने उसे सिरे से खारिज कर दिया है। शंकर प्रसाद जायसवाल का नाम बनारस में काफी इज्जत के साथ लिया जाता है। वह संघ परिवार से भी काफी नजदीक से जुड़े रहे। नगर महापालिका से ही उन्होंने राजनीति शुरू की। लंबे समय तक वह आदिवासियों के उत्थान के लिए भी काम करते रहे।
बीजेपी की मेयर सीट घोषित होते ही स्थानीय भाजपा नेताओं में खुशी की लहर है। खास तौर से पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं को काफी खुशी है कि कम से कम पार्टी ने फिर से पुरनियों पर भरोसा जताया है। माना जा रहा है कि पूर्व सांसद शंकर प्रसाद जायसवाल की पुत्रवधु के नाम पर पार्टी में कोई विवाद नहीं होगा। साथ ही पूरी पार्टी एकजुट हो कर विपक्षी दांव को ध्वस्त करने में कामयाब हो पाएगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने जो सूची जारी की है उसके अनुसार इन्हें बनाया गया है मेयर प्रत्याशी… अलीगढ़ से डॉ राजीव अग्रवाल मेयर प्रत्याशी
वाराणसी से मृदुला जायसवाल मेयर प्रत्याशी
मथुरा से डॉ मुकेश आर्य बंधु मेयर प्रत्याशी
झांसी से रामतीर्थ सिंहल मेयर प्रत्याशी
मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल मेयर प्रत्याशी
सहारनपुर से संजीव वालियान मेयर प्रत्याशी
वाराणसी से मृदुला जायसवाल मेयर प्रत्याशी
मथुरा से डॉ मुकेश आर्य बंधु मेयर प्रत्याशी
झांसी से रामतीर्थ सिंहल मेयर प्रत्याशी
मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल मेयर प्रत्याशी
सहारनपुर से संजीव वालियान मेयर प्रत्याशी