scriptलोकसभा चुनाव बाद भाजपा करेगी अपने मलाईदार माननीयों का हिसाब-किताब, टारगेट नहीं पूरा कर पाए तो… | BJP Review his Ministers and Office Bearers after LS Election Result | Patrika News

लोकसभा चुनाव बाद भाजपा करेगी अपने मलाईदार माननीयों का हिसाब-किताब, टारगेट नहीं पूरा कर पाए तो…

locationवाराणसीPublished: May 11, 2019 12:19:19 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

दर्जनों रसूखदारों को मिली है बड़ी जिम्मेदारीकुछ मंत्रियों को तीन-तीन संसदीय सीट का बनाया गया है प्रभारी 2014 से कम मिला मत तो खैर नहीं
 

BJP

BJP

वाराणसी. यह लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के माननीयों का बड़ा इम्तिहान भी है। 23 मई को आने वाले चुनाव परिणाम के पर इन माननीयों का भविष्य निर्भर करेगा। खासतौर पर उनका जिन्हें यूपी की सत्ता हासिल होने के बाद से ले कर लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के ठीक पहले तक जिन लोगों को बड़े-बड़े ओहदे दिए गए हैं। चाहे वो प्रदेश सरकार में मंत्री हों या दर्जा प्राप्त मंत्री अथवा संगठन में महत्वपूर्म पद पाने वाले। इन सभी का राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा लोकसभा चुनाव परिणाम।
वजह साफ है इस बार बीजेपी के लिए पूर्वांचल में 2014 दोहरना बड़ी चुनौती है। पूर्वांचल की ही वो सीटें रहीं जिनकी बदौलत बीजेपी ने विपक्ष को जबरदस्त पटखनी दी थी। आलम यह रहा कि पूर्वांचल में सिर्फ आजमगढ़ को छोड़ अन्य सभी सीटों पर भाजपा ने न केवल कब्जा जमा लिया था बल्कि हार-जीत का अंतर भी बहुत ज्यादा था। ऐसे में एक चुनौती जीती हुई सीटों पर कब्जा बरकरार रखना है तो दूसरे जीत का अंतर और बढ़ाना भी है।
बता दें कि पूर्वाचंल के 10 जिलों की 61 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 35 पर कब्जा जमाया था। उसके बाद पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से सात मंत्री के अलावा लोगों को विभिन्न आयोग का सदस्य या उपाध्यक्ष बनाया गया। पार्टी के प्रदेशस्तरीय संगठन में कइयों को महामंत्री, मंत्री और उपाध्यक्ष का ओहदा मिला। इनमें बनारस से डॉ नीलकंठ तिवारी और अनिल राजभर तो सरकार में मंत्री बने। पांच साल तक इंतजार करने के बाद कांग्रेस से भाजपा में आए डॉ दयाशंकर मिश्र दयालू, पूर्व मेयर कौशलेंद्र सिंह (सभी बनारस) को दर्जा प्राप्त मंत्री बनाया गया।। इसी तरह जौनपुर के गिरीशचंद्र यादव और बलिया से उपेंद्र तिवारी को भी राज्यमंत्री का दर्जा मिला है। आजमगढ़ से नरेंद्र सिंह पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष बने है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने हर मंत्री, विधायक और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को अलग-अलग प्रभार दिया है। चुनाव बाद पार्टी इलाकेवार रिपोर्ट तैयार करेगी। फिर तय होगा किसती कितनी भूमिका रही। अब जैसे राज्य स्तरीय संगठन की बात की जाय तो एमएलसी लक्ष्मण आचार्य को पहले प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया फिर बनारस लोकसभा का क्षेत्र संयोजक। प्रदेश के एक अन्य उपाध्यक्ष शिवनाथ यादव को मिर्जापुर का प्रभार दिया गया है तो, बनारस के डॉ नीलकंठ को बनारस, इलाहाबाद और मिर्जापुर यानी तीन संसदीय क्षेत्र की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके अलावा बनारस के एक अन्य राज्यमंत्री अनिल राजभर को चंदौली और जौनपुर का प्रभार मिला है तो प्रदेश संगठन में मंत्री बने बनारस के पूर्व डिप्टी मेयरर संजय राय को भदोही का प्रभार सौंपा गया है। ऐसे में हर मंत्री और पदाधिकारी की परीक्षा की घड़ी है। भाजपा की पूर्वांचल फतह कितनी सफल होगी और ओहदेदार मंत्रीगण कितना वोट पार्टी की झोली में डलवा पाएंगे यह तो 23 मई को पता चलेगा पर उस परिणाम के आधार पर इन ओहदेदारों का भी रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा।
इन सभी माननीयों को सौंपे गए क्षेत्र के हर बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को कितना वोट मिलता है यह इसका आंकलन किया जाएगा। बूथ स्तर पर मिलने वाले वोट ही इनके नंबर होंगे। इसी आधार पर आने वाले दिनों में इनके भविष्य का निर्धारण होगा। रिपोर्ट अगर सकारात्मक नहीं रही तो चुनाव बाद मिला पद छिन भी सकता है।
कारण साफ है कि यूपी में इस बार एक तरफ जहां बीजेपी पर 2014 के परिणाम को काम रखते हुए मतप्रतिशत में उछाल लाने का दबाव भी है। उधर सपा-बसपा गठबंधन के अलावा यूपी सरकार में सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। सुभासपा ने भाजपा नेतृत्व से खफा हो कर अपने उम्मीदवार भी उतारे हैं। ऐसे में विभिन्न पदों पर काबिज भाजपा के दिग्गजों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। पिछले करीब छह महीने से ये लगातार सौंपे गए क्षेत्रों में लगे हैं। अब इनके इम्तिहान का वक्त है। उन्हें यह साबित करना है कि वास्तव में आम जन के बीच उनकी पहुंच और पकड़ है।
पूर्वांचल के प्रमुख भाजपा प्रत्याशी
पीएम नरेंद्र मोदी, मनोज सिन्हा, डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, अनुप्रिया पटेल।

UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..
UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App .

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो