जी हां ये बयान दिया है अटल जी की सरकार में पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद ने स्वामी ने फेसबुक पर शनिवार की सुबह लिखा कि ‘आज कर्नाटक विधानसभा का चुनाव हो रहा है। ग्रह नक्षत्रों की स्थिति भाजपा के अनुकूल है। पूर्ण बहुमत से उसकी सरकार बनने से इनकार नहीं किया जा सकता। त्रिपुरा, गुजरात और कर्नाटक में अब मिलने वाली कामयाबी में योगी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
कौन हैं स्वामी चिन्मयानंद स्वामी चिन्मयानंद लगातार मछलीशहर और उसके बाद जौनपुर सदर सीट से लोकसभा सांसद रहे 1999 में अटल जी की सरकार में स्वामी को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। स्वामी अटल आडवाणी के करीबी और राममंदिर आंदोलन के बड़े नेता हैं।
2004 में जौनपुर की सदर सीट से भाजपा ने स्वामी को उम्मीदवार बनाया लेकिन बसपा ने ओम प्रकाश दूबे को मैदान में उतारकर स्वामी का खेल खराब कर दिया। ब्राह्मण वोटों का बंटवारा हुआ स्वामी सपा के पारसनाथ यादव से चुनाव हार गये। उसके बाद से ही भाजपा केन्द्र में दस साल तक सत्ता से बाहर रही। अटल-आडवानी युग का अंत हुआ 2014 में मोदी युग की शुरूआत के साथ ही इन्हे किनारे लगा दिया गया।
2014 में नहीं मिला टिकट तो , भाजपा के विरोध में खड़े होने की तैयारी
जब 2014 लोकसभा के चुनाव में भाजपा ने स्वामी को टिकट नहीं दिया तो वो जौनपुर सदर सीट पर निर्दल मैदान में उतरने की तैयारी करने लगे। आखिरकार काफी मान-मनौवल के बाद वो नामांकन नहीं किये। भाजपा की केन्द्र में सरकार बनी लेकिन स्वामी को खास तवज्जो नहीं मिल सका। यूपी में योगी को सत्ता मिली तो स्वामी उनके करीबियों में गिने जाने लगे। अब भाजपा में मोदी-शाह को उतनी अहमियत न देकर सीधे योगी को हीरो साबित करने में स्वामी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।