ओमप्रकाश राजभर ने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी प्रमुख मांग पिछड़ों के 27 प्रतिशत आरक्षण में तीन भाग करना है। इससे पिछड़ा वर्ग की सभी जातियों को आरक्षण का पूरा लाभ मिलेगा। अभी तक कुछ जाति ही आरक्षण का अधिक लाभ पा रही है। बीजेपी सरकार ने उनकी यह मांग मान ली तो वह लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मांगेंगे। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि कुछ लोग आरोप लगाते हैं कि बीजेपी ने गठबंधन के तहत अधिक सीट लेने के लिए सीएम योगी आदित्याथ सरकार का विरोध करते हैं। ऐसा आरोप लगाने वाले नासमझ है। बीजेपी ने हमारी प्रमुख मांग मान ली तो हम समझेंगे कि लोकसभा की सीट मिल गयी। उन्होंने कहा कि जनता से कुछ वायदा करके ही हजारी पार्टी चुनाव जीती है और हमें जनता के बीच फिर जाना है यदि जनता के वायदों को पूरा नहीं किया तो क्या जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल में शिक्षा का स्तर सुधारने व पिछड़े व अगड़ी जाति के बच्चों को आईएएस, आईपीएस, मेडिकल, आईआईटी आदि तैयारी के लिए कोचिंग चलाने का वायदा किया था जो अभी पूरा नहीं हुआ है।
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महागठबंधन में जाने का खुला है विकल्प
ओप्रकाश राजभर ने कहा कि महागठबंधन में जाने का विकल्प खुला है। राहुल गांधी, मायावती व अखिलेश यादव का महागठबंधन हो जाता है तो बीजेपी का लोकसभा चुनाव 2019 में सीट जीतना कठिन हो जायेगा। पीएम नरेन्द्र मोदी की सभा में हमारी पार्टी के नेता नहीं जायेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ हम लोग 24 दिसम्बर से आंदोलन करने वाले है यदि हमारी मांग नहीं मानी गयी तो सुभासपा भी महागठबंधन का हिस्सा बन सकती है यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी को सबसे अधिक नुकसान उठाना होगा।
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ओप्रकाश राजभर ने कहा कि महागठबंधन में जाने का विकल्प खुला है। राहुल गांधी, मायावती व अखिलेश यादव का महागठबंधन हो जाता है तो बीजेपी का लोकसभा चुनाव 2019 में सीट जीतना कठिन हो जायेगा। पीएम नरेन्द्र मोदी की सभा में हमारी पार्टी के नेता नहीं जायेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ हम लोग 24 दिसम्बर से आंदोलन करने वाले है यदि हमारी मांग नहीं मानी गयी तो सुभासपा भी महागठबंधन का हिस्सा बन सकती है यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी को सबसे अधिक नुकसान उठाना होगा।
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