प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से सटे चंदौली संसदीय क्षेत्र के धरसौना गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के चेहरे पर कालिख पोत कर छोड़ दिया गया। दिन या हफ्ते ही नहीं 5 महीने बीत गए पर किसी जिम्मेदार का ध्यान उस तरफ नहीं गया। जब स्थानीय भाजपा नेता गांव में भ्रमण करने पहुंचे तो ये होर्डिंग देख उनका माथा ठनका। उन्होंने ग्राम प्रधान से इस मामले में आपत्ति दर्ज कराई। उसके बाद सफाई कर्मी बुला कर पेट्रोल से कालिक साफ की गई।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि चोलापुर थाना क्षेत्र के धरसौना गांव के एक विद्यालय के बाहर दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत विद्युत की होर्डिंग लगी है। इस होर्डिंग के दोनों छोर पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो थी। होर्डिंग के माध्यम से योजना की जानकारी गांव वालो को देना लक्ष्य था। प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक रमेश यादव ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय आचार संहिता उल्लंघन के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर के लोगों के द्वारा इसे ढकने का आदेश हुआ था, उसी वक्त पुलिस या प्रशासन की टीम ने दोनों चित्रों पर कालिख पोती गई थी। लेकिन चुनाव बीतने के बाद भी उस होर्डिंग पर किसी का ध्यान किसी का नहीं गया।
स्थानीय भाजपा नेता मुन्नू जयसवाल ने जब इस मामले का विरोध शुरू किया तो सभी की नजर पहुंची और गांव में हड़कंप मच गया। हालांकि कालीख किसके द्वारा पोती गई थी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। थाना प्रभारी चोलापुर हरी नारायण पटेल ने बताया कि चुनाव के समय बोर्ड पर कालिख पोत कर आचार संहिता का उल्लंघन रोका गया था, जानकारी मिलने के बाद उसे साफ कराया गया है। इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उधर ग्रामीणों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और देश केप्रधानमंत्री के चित्र पर कालिख पोत कर छोड़ देना यह जांच का विषय है। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए।