पूर्वांचल के सबसे बड़े क्षत्रिय बाहुबली बृजेश सिंह वर्ष 2008 से जेल में बंद है। कई बड़े मुकदमों से बृजेश सिंह बरी हो चुके हैं और जो मुकदमे बचे हैं उनमे जमानत मिलने की पूरी संभावना है। बृजेश सिंह पहले से ही 10साल से जेल में है इसलिए जमानत मिलने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आयेगी। जेल में रहते हुए ही बृजेश सिंह ने एमएलसी चुनाव जीता था। यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में हार मिलने के बाद बृजेश सिंह को पहली बार एमएलसी बनने का मौका मिला है। सूत्रों की माने तो बृजेश सिंह का लक्ष्य लोकसभा चुनाव जीतना है। जेल में रहते हुए भी चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन कोर्ट से राहत मिली तो जेल के बाहर आकर चुनावी मैदान में ताल ठोकने के लिए बाहुबली क्षत्रिय नेता तैयार है अब समय बतायेगा कि जेल से कब आजादी मिलती है।
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चंदौली सीट पर आजमा सकते हैं भाग्य, बीजेपी से नहीं मिला टिकट तो काम आयेगा शिवपाल का मोर्चा
सूत्रों की माने तो बृजेश सिंह को चुनाव लडऩे का मौका मिलता है तो चंदौली सीट से भाग्य आजमा सकते हैं। चंदौली संसदीय सीट के सकलडीहा विधानसभा से बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह विधायक है। चंदौली में क्षत्रिय वोटरों की संख्या भी ठीक है इसलिए यह सीट बृजेश सिंह के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। बीजेपी के एक केन्द्रीय मंत्री व बृजेश सिंह परिवार की नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। बृजेश सिंह चुनाव लड़ते हैं तो उनकी पहली पसंद बीजेपी ही होगी। यदि किसी कारण से टिकट नहीं मिलता है तो शिवपाल यादव का मोर्चा काम आ सकता है। वैसे भी पूर्वांचल में इस बार अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, धनंजय सिंह जैसे बाहुबली नेताओं ने चुनाव लडऩे की तैयारी की है अब देखना है कि किस बाहुबली को किस दल से टिकट मिलता है।
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सूत्रों की माने तो बृजेश सिंह को चुनाव लडऩे का मौका मिलता है तो चंदौली सीट से भाग्य आजमा सकते हैं। चंदौली संसदीय सीट के सकलडीहा विधानसभा से बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह विधायक है। चंदौली में क्षत्रिय वोटरों की संख्या भी ठीक है इसलिए यह सीट बृजेश सिंह के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। बीजेपी के एक केन्द्रीय मंत्री व बृजेश सिंह परिवार की नजदीकी किसी से छिपी नहीं है। बृजेश सिंह चुनाव लड़ते हैं तो उनकी पहली पसंद बीजेपी ही होगी। यदि किसी कारण से टिकट नहीं मिलता है तो शिवपाल यादव का मोर्चा काम आ सकता है। वैसे भी पूर्वांचल में इस बार अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, धनंजय सिंह जैसे बाहुबली नेताओं ने चुनाव लडऩे की तैयारी की है अब देखना है कि किस बाहुबली को किस दल से टिकट मिलता है।
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