तेज बहादुर ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं, न खाऊंगा न खाने दूंगा, दूसरी तरफ वह खुद भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देते हैं। यही वजह है कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। मेरे मार्फत देश ही नहीं दुनिया जानेगी कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं वह सच नहीं है। वह अपने नाम के आगे चौकीदार भले लगा लें लेकिन अब मैं उनको जवाब दूंगा कि देश का असली चौकीदार कौन है। बताऊंगा कि आप नकली चौकीदार हैं। अब यहां से जाइए। तेज ने कहा कि मैं जनता से मिलने आया हूं।
बीएसएफ के बर्खास्त जवान ने मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह बताते हुए कहा कि मैंने भ्रष्टाचार स्पेशल प्रधानमंत्री मोदी को दिखाया था, तब मुझे उनपर भरोसा था। लेकिन मेरा भरोसा टूट गया। दरअसल उन्होंने जो भी वायदे किए एक भी पूरे नहीं हुए। जाहिर सी बात है कि मैं उनके खिलाफ चुनाव लडू़ंगा। नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कैसे सोची तो जवाब में तेज बहादुर ने कहा कि हिम्मत जुटानी पड़ती है। जब भगत सिंह 23 साल की उम्र में फांसी चढ़ गए तो हम तो 21 साल की उम्र में नौकरी करने के के लिए आ गए थे। आगे जो होगा देखा जाएगा। मैदान में उतर गए हैं।
तेज बहादुर यादव ने दावा करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर, जनशक्ति पार्टी की रेणु चौधरी ने समर्थन दिया है। यादव सेना और राम सेना भी हमारे समर्थन में है। अखिलेश यादव से भी बात चल रही है। वह आज शाम तक अपना फैसला देंगे। ओमप्रकाश राजभर ने पूरी तरह से समर्थन देने की बात कहते हुए कहा है कि हमारी पार्टी आप के चुनाव प्रचार में आपके साथ खड़ी रहेगी। कहा कि मेरे समर्थन में करीब 10 हजार पूर्व सैनिक वाराणसी आएंगे। देखते रहिए, बनारस की धरती पर सैनिक ही नजर आएंगे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले पंकज मिश्रा भी हमारे साथ हैं। साथ ही सैनिक संगठन का भी मुझे सहयोग मिला है। पंजाब, मध्य प्रदेश और गोपालगंज सीट से भी सैनिक चुनाव लड़ेंगे। कहा कि मैं किसान का बेटा हूं। मेरे पास उनकी तरह इतना पैसा नहीं है। मैं डोर टू डोर अपना प्रचार करूंगा। हमारे सैनिक घर-घर जाकर बताएंगे कि मोदी जी ने जो बातें कही थीं वह पूरी नहीं हुईं। बताएंगे कि मोदी जी ने सैनिकों की क्या हालत कर रखी है। चुनाव पैसे के बल पर नहीं लड़ा जाता है। लड़ाई में हम उनके बराबर हैं। वह जो दिखावा कर रहे हैं, ये पब्लिक है जब सच पता चलेगा तो वह हमारे साथ खड़ी होगी। मैं हार जीत के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मैं प्रधानमंत्री मोदी को आईना दिखाने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। कहा कि मोदी सैनिकों के हितैषी बन रहे हैं। उन्होंने सैनिकों से किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया है। हार-जीत की मुझे कोई परवाह नहीं। चुनाव के बाद भी मैं लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करता रहूंगा।