अकेले प्रयागराज में ही 10 हजार से ज्यादा अज्ञात और 100 नामजद के खिलाफ हिंसा के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यहां अब तक 150 गिरफ्तारियां हुई हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद इनमें से कई के छोड़ा भी है और गिरफ्तारियों के लिये दबिश दी जा रही है। प्रतापगढ़ में भी 56 नामजद के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
वाराणसी में शुक्रवार की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन और पथराव के बाद पुलिस ने अब तक 28 नामजद व 2900 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस और उपद्रवियों की तस्दीक में जुटी है और आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है। भदोही में हुए बवाल में 27 नामजद व 200 अज्ञात पर एफआईआर और 24 लोग हिरासत में लिये गए हैं।
आजमगढ़ में 17 नामजद और 350 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें से अकेले 10 नामजद और 200 अज्ञात मुबारकपुर में हैं। शेष के खिलाफ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज है। इसी तरह मऊ में दो दिन पहले हुई हिंसा के बाद 90 नामजद व 650 अज्ञात पर एफआईआर हुआ है। इनमें से 31 गिरफ्तार किये गए हैं, जिनमें 19 उपद्रवी और 12 संदिग्ध शामिल हैं।
गोरखपुर में पुलिस ने अब तक 22 को हिरासत में लिय गया है, जबकि 80 से चिन्हित कर लिये गए हैं। पुलिस ने यहां 50 से ज्यादा उपद्रवियों का फोटो भी जारी कर गिरफ्तारी कराने पर ईनाम का ऐलान किया है। कुुुुशीनगर मेें भी 70 पर मुुुुुुकदमे लिखे गए हैंं।
बताते चलें कि पूर्वांचल में तीन दिन पहले आजमगढ़ के मुबारकपुर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा का सिलसिला शुरू हुआ। उसके ठीक दूसरे दिन मऊ में भीड़ हिंसक हो गयी और पथराव के बाद थाने में रखी गाड़ियां तक फूंक दी गयीं। इसक बाद शुक्रवार को प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, प्रतागढ़ में जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। इस दौरान वाराणसी में भीड़ से कुचलकर एक बच्चे की मौत भी हो गयी। गोरखपुर में बवाल के दौरान तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। पांचों शहरों में अब तक इंटरनेट बंद है।
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