सीबीएसई ने विशेषज्ञों की सलाह पर 12वीं कक्षा के छात्रों को बड़ी राहत दी है। वह भी अंग्रेजी विषय में। इसमें कई परिवर्तन किए गए हैं। पेपर को अपेक्षाकृत काफी सरल बनाने का प्रयास किया गया है। इससे खास तौर पर पूर्वांचल, बिहार समेत हिंदी भाषा-भाषी छात्रों को इससे काफी राहत मिलेगी। अब तक हिंदी भाषा-भाषी क्षेत्र के विद्यार्थी अन्य विषयों में तो बेहतर परफार्मेंस दे देते रहे लेकिन अंग्रेजी के चलते उनका परसेंटेज प्रभावित होता रहा है। ऐसे में बोर्ड का यह फैसला काफी राहत देने वाला होगा।
बोर्ड की ओर से गुरुवार को जारी नोटीफिकेशन में बताया गाय है कि मार्च में संभावित 2019 की बोर्ड परीक्षा में इंग्लिश का पेपर पैटर्न बदल दिया है। इसके तहत पेपर के सेक्शन “ए” में बदलाव कर अब तक जो तीन अनसीन पैसेज आते थे उनकी संख्या दो कर दी है। ये दोनों अनसीन पैसेज की लंबाई भी घटा दी गई है। पहले यानी पिछले साल तक की परीक्षा में 1100 से 1200 शब्द सीमा के दो और 400 से 500 शब्द सीमा की एक अनसीन पैसेज आता था। अब जो दो अनसीन पैसेज आएंगी उनकी शब्द सीमा 800-900 शब्द होगी।
इसके अलावा पैसेज एक में एक-एक नंबर के पांच मल्टीपुल च्वाइस वाले क्योश्चेन होंगे। साथ ही अतिलघुउत्तरीय नौ प्रश्न पूछे जाएंगे। तीन सवाल वाक्यूवलरी आधार पर होंगे ये सभी एक-एक नंबर के होंगे। साथ ही दो नबंर के शार्ट आंस टाइप के प्रश्न होंगे। पैसेज दो में दो प्रश्न दीर्घी उत्तरीय (लांग आंसर वाले) होंगे, ये दोनों पांच-पांच नंबर के होंगे।
सीबीएसई ने इंग्लिश के पूरे पेपर में प्रश्नों की संख्या भी घटा दी है। पिछले साल तक कुल 40 प्रश्न आते थे पेपर में जबकि अब 35 सवाल ही पूछे जाएंगे। इसमें सेक्शन ए से (कुल पैसेज) में पहले 24 से 30 प्रश्न होते थे जबकि अब 19 से 30 प्रश्न होंगे।
सीबीएसई के वाराणसी और चंदौली जिले के कोआर्डिनेटर व सनबीम डालिम्स इंग्लिश स्कूल के प्रधानाचार्य वीके मिश्र ने इसकी पुष्टि की। साथ ही बताया कि यह नोटिफिकेशन सभी स्कूलों को जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे यूं तो हर वर्ग के छात्रों को सुविधा होगी लेकिन सर्वाधिक सहूलियत उत्तर भारत के हिंदी भाषा-भाषी क्षेत्र के बच्चों को होगी। उसमें भी विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी इससे काफ राहत महसूस कर सकते हैं।