वाराणसी और चंदौली के सीबीएसई स्कूलों के कोआर्डिनेटर व सनबीम डालिम्स रोहनिया के प्रधानाचार्या वीके मिश्र ने पत्रिका को बताया कि बोर्ड ने तय किया है कि दसवीं और बारहवीं के स्किल कोर्सेज की सभी परीक्षाएं हर हाल में फरवरी में आयोजित की जाएंगी जबकि सामान्य परीक्षा मार्च में शुरू होगी और मार्च में ही खत्म भी हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा के बाबत दिव्यांग छात्रों की सूहूलियत के लिए कई दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन छात्रों को वार्षिक परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई तरह की सहूलियत दी जाएंगी। इसके लिए अभिभावकों को खुद प्रयास करना होगा। उन्हें ही बोर्ड द्वारा तय स्वास्थ्य संस्थाओं से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा। इसके आधार पर वे संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क करेंगे। प्रधानाचार्य की यह जिम्मेदारी होगी कि ऐसे बच्चो की सूची बना कर अपेक्षित प्रमाण पत्र के साथ बोर्ड को मुहैया कराए।
कोआर्डिनेटर मिश्र ने उदाहरण के तौर पर बताया कि दसवीं कक्षा में गणित अनिवार्य विषय है और अगर कोई मंद बुद्धि बच्चा है जिसे गणित समझने में दिक्कत होती है। ऐसे बच्चे का मेडिकल सर्टिफिकेट होने की सूरत में बोर्ड एग्जाम में उसे अतिरिक्त समय दिया जाएगा। इसी तरह किसी को राइटर चाहिए या अन्य किसी तरह की सुविधा चाहिए तो बच्चे के अभिभावक को बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल संस्था का सर्टिफिकेट देना होगा।
उन्होंने बताया कि ऐसे मंद बुद्धि या अन्य विकलांग बच्चो को सहूलियत दिलाने के लिए अभिभावक किसी सरकारी अस्पताल (केंद्रीय या राजकीय अस्पताल) के चीफ मेडिकल अफसर, चीफ सर्जन, राष्ट्रीय स्तर की विकलांग कल्याण संस्था, रीहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया का प्रमाण पत्र देना होगा।
कोआर्डिनेटर मिश्र ने बताया कि स्किल कोर्सेज की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। इसके अलावा सामान्य परीक्षाएं मार्च में ही शुरू होंगी और मार्च में ही पूरी कराने का प्रयास है ताकि समय से रिजल्ट दिया जा सके।