एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने पुलिस लाइन में मीडिया से बातचीत में बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने उन्हें बलुआ पुल के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों ने पुलिस टीम पर भी लक्ष्य करके फायर किया। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 2 तमंचा 315 बोर, लूट का एक लाख 15 हज़ार 650 रूपये, कलेक्शन मशीन (पास मशीन) और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस ने घटना में शामिल तीनो अभियुक्तों विक्रांत, जयपाल और जितेंद्र को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त जयपाल यादव निवासी छितौना थाना चौबेपुर ने बताया कि हमारे घर वालों ने भी इसी एजेंट के सहयोग से बंधन बैंक से लोन लिया था। मुझे पूरी जानकारी थी की उसके पास कितने पैसे रहते हैं और वह कब कलेक्शन के लिए आता है। इसका फायदा उठाते हुए लूट की योजना बनाई और विक्रांत और जयपाल को लूट के लिए तैयार किया। लूट के दिन जब एजेंट गांव से निकला तो मैंने रेकी करते हुए फोन से विक्रांत और जितेंद्र को सूचना दे दी। विक्रांत ने एजेंट को गोली मारी और पैसे का बैग लेकर बाइक से वो भाग निकले।
एसएसपी ने बताया कि जिले में लगातार लूट की घटनाए हो रही हैं। इनकी रोकथाम के लिए वाराणसी पुलिस और क्राइम ब्रांच को निर्देशित किया गया है और टीम गठित कर अपराधियों पर लगाम लगाई जा रही है। इसी क्रम में 7 अगस्त को हुई बंधन बैंक के एजेंट से लूट के मामले में चौबेपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
लूट कांड आरोपियों की गिरफ्तारी में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह, उपनिरीक्षक प्रदीप यादव, हेडकांस्टेबल सुमंत यादव, हेडकांस्टेबल पुनदेव सिंह, हेड कांस्टेबल घनश्याम वर्मा, हेडकांस्टेबल रामभवन, हेडकांस्टेबल सुरेंद्र मौर्या, कांस्टेबल रामबाबू, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, कांस्टेबल चन्द्रसेन सिंह, कांस्टेबल चालक सुनील राय, कांस्टेबल संतोष पासवान व चौबेपुर थाने के थानाध्यक्ष मनोज कुमार उपनिरीक्षक पंकज सिंह, उपनिरीक्षक धनंजय राय, हेडकांस्टेबल सत्यप्रकाश सिंह, हेडकांस्टेबल रणजीत मौर्या, हेडकांस्टेबल विनीत तिवारी, कांस्टेबल सुशिल यादव, कांस्टेबल सत्यप्रकाश तिवारी, कांस्टेबल उपेंद्र तिवारी और कांस्टेबल राजकुमार यादव आदि शामिल रहे।