
सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट ने इस स्कूल को लगभग 250 पुस्तकें प्रदान करते हुए आशा बाल पुस्तकालय की शृंखला प्रारंभ की है। एक देश, समान शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी को समान और बेहतर शिक्षा के अवसर की उपलब्धता के लिए संस्था सरकारी स्कूलों में बाल साहित्य प्रदान करेगी।
आशा ट्रस्ट के समन्वयक वल्लभाचार्य पांडेय ने कहा कि बदलते समय के साथ बच्चों में पढने की रूचि कम हो रही है जबकि पढ़ने की आदत से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। इसी से वे जागरूक होंगे अन्यथा सोशल मीडिया पर प्राप्त अधकचरी और असत्य जानकारियों को ही सत्य मानने से उनमे सही गलत की पहचान करने की क्षमता नष्ट हो जाएगी।

इस अवसर पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के अपने पुत्र के शिक्षक को लिखे पत्र को भी प्रदर्शित किया गया। इसके माध्यम से शिक्षक से अपील की गई कि बच्चों को स्थानीय परिवेश और जानकारियों से अवगत कराते हुए उनमें अधिक से अधिक पुस्तकों को पढ़ने की रूचि पैदा करें।

किसान नेता राम जनम भाई ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए किताबों का बहुत महत्व है। इसमें निहित ज्ञान को आत्मसात करने से हम परिवार, समाज, देश और प्रकृति के प्रति एक जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं।

इस मौके पर राम जनम, रमेश प्रसाद, दीन दयाल सिंह, मनोज कुमार, यासमीन बानो, रोशन आरा, तारा देवी, सविता देवी, सूरज पांडेय आदि मौजूद रहे। संचालन शिक्षक धनंजय त्रिपाठी ने किया जबकि प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ने आभार जताया।