प्रदर्शनी में सैकड़ो प्रतिभागियों ने भाग लिया एवं कुल 3461 प्रदर्शो को प्रदर्शित किया गया है, जिसमें सर्वाधिक प्रदर्श गमलों में जाड़ो के मौसमी फूल पौध वर्ग में 1023, द्वितीय स्थान पर शाकभाजी में 769 प्रदर्श एवं कटे मौसमी फूल में 290, गुलाब के फूल में 142, सदाबहार पौधों में 251 एवं शेष अन्य वर्गो में प्रदर्श लगाये गए है। इस वर्ष प्रर्दशनी में खेलो इंडिया के तहत हॉकी बॉल, सेल्फी प्वाइंट, हार्ट से पुष्पीय द्वार, एवं फूड प्लाजा भी स्थापित कराया गया है जो आकर्षण का केंद्र बना रहा।
इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, डीजल रेल इंजन कारखाना, डी.आर.एम. पूर्वोत्तर रेलवे, बी.एच.ई.एल., केंद्रीय कारागार, छावनी परिषद, वाराणसी के साथ पंजीकृत पौधशाला स्वामी एवं वाराणसी मण्डल के प्रगतिशील कृषकों एवं उद्यानपतियों के साथ मंडल के जिला उद्यान अधिकारियों द्वारा प्रतियोगिता में गमलों फल शाकभाजी, कट फ्लावर, मौसमी पुष्प आदि श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रतिभाग किया।
प्रदर्शनी में सर्वाधिक पुरस्कार शादी मंडप श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के रूप में रू0 5000 रुपये, द्वितीय 3000 रुपये और तृतीय पुरस्कार के रूप में 2000 रुपये दिए जाएंगे। साथ ही शेष श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार 500 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 400 रुपये व तृतीय पुरस्कार 300 रुपये के साथ ट्राफी, सील्ड भी प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा पुष्प प्रर्दशनी एवं विभागीय तथा निजी क्षेत्र के विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया गया। मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उप निदेशक उद्यान, मुन्ना यादव ने बताया कि प्रदर्शनी 16 वर्गो में लगाई गई है।
इस मौके पर मेयर व कमिश्नर ने मंडल के 11 प्रगतिशील कृषकों को प्रशस्ति पत्र, स्मृतिचिन्ह एवं शाल देकर सम्मानित किया। कमिश्नर ने प्रदर्शनी एवं कृषक गोष्ठी में आये हुए कृषकों से वार्ता करते हुए गुणवत्तायुक्त एवं निर्यातोन्मुख फल शाकभाजी एवं पुष्प उत्पादन करने का आह्वान किया। आयुक्त ने मंडल में निर्यात के लिए एपिडा, भारत सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का उल्लेख करते हुए किसानो से लाभ उठाकर आर्थिक स्थिति को सुद्ढ़ करने की अपील की।
दो दिवसीय संगोष्ठी में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के डॉ एसएनएस चैरसिया, डाएन त्रिपाठी, कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ एनके सिंह, विनोद कुमार सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष नरेन्द्र देव कृषि विश्व विद्यालय अयोध्या, डॉ वी आर वर्मा, खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न शाकभाजी, फल उत्पादन, जल एवं पर्यावरण संरक्षण तथा खाद्य प्रसंस्करण आदि विषयों पर व्यापक तकनीकी जानकारी दी।
प्रदर्शनी में मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई का स्टालों पर जीवन्त प्रदर्शन किया गया है तथा मत्स्य, कृषि विभाग कृषि में मशीनीकरण अन्तर्गत छोटे टैªक्टर, पावर टिलर, सिकेटियर आदि से संबंधित राजकीय एवं निजी स्टालों के माध्यम से कृषकों एवं आम जनमानस को जानकारी भी प्रदान की गई है। प्रदर्शनी में लगे प्रदर्शो के निर्णायक मण्डल में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, डी.रे.का., उपूरे एवं यू.पी. कालेज के साथ-साथ अनेक वर्तमान एवं सेवा निवृत्त विशेषज्ञों द्वारा पुरस्कारों का निर्णय किया गया।
प्रर्दशनी के सर्वोत्तम गुलाब की श्रेणी में किंग ऑफ द शो एवं क्वीन आफ द शो का पुरस्कार मुख्य अधिशाषी अधिकारी, छावनी परिषद, वाराणसी को निर्णय किया गया। सायं सांस्कृतिक संध्या में कशिश, पलक श्रीवास्तव द्वारा सेमी क्लासिकल नृत्य तथा ज्ञानेश पांडेय गायन, पं सुखदेव प्रसाद मिश्र एवं अशेक पांडेय द्वारा वायलिन, तबला वादन, पं रविशंकर मिश्र एवं डॉ ममता टंडन ने युगल कत्थक नृत्य की प्रस्तुति अपने सहयोगियो के साथ दी।
इससे पूर्व कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने एचडीएफसी बैंक के माध्यम से आयोजित स्वच्छता रैली को झंडी दिखा कर रवाना किया। रैली जेपी मेहता इंटर कॉलेज, कचहरी, गोलघर सर्किट हाउस होकर कम्पनी बाग तक गई।