बता दें कि गत 12 मार्च को भरी दोपहरी समाज विज्ञान संकाय के समीप के कुछ दबंगों ने छात्र के सिर पर असलहे की मुठिया से वार गंभीर रूप से घायल कर दिया था। उसके बाद छात्रों ने हंगामा मचाया तो चीफ प्रॉक्टर ने हॉस्टल की तलाशी लेनी शुरू कर दी। इस दौरान वह सुरक्षाकर्मियों संग सेना से मिलती जुलती वर्दी में हॉस्टल में घुसीं। चीफ प्रॉक्टर के हॉस्टल में घुसते ही अफरा-तफरी मच गई। इसी दौरान बीए प्रथम वर्ष का विकलांग छात्र संतोष कुमार त्रिपाठी जो बरामदे में टहलते हुए पढाई कर रहा था पर बिफर प़़ड़ीं। आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर ने छात्र के विरुद्ध आपत्ति जनक शब्दों का इस्तेमाल किया। साथ ही सुरक्षाकर्मियों से उसकी पिटाई करा दी। आरोप यह भी है कि चीफ प्रॉक्टर ने खुद छात्र को आंख फोड़ देने की धमकी दी।
छात्र ने जो तहरीर लंका थाने को दी है उसमें उसने आरोप लगाया है कि जब उसने अपना परिचय पत्र दिखाया तो चीफ प्रॉक्टर ने सुरक्षाकर्मियों से उसका परिचय पत्र भी छिनवा लिया। साथ ही विश्वविद्यालय से निलंबित कराने और हॉस्टल की सुविधा छीनने की धमकी भी दी।