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दूषित पेयजल आपूर्ति और ध्वस्त सीवर लाइन के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा, अनिश्चित कालीन धरना शुरू

locationवाराणसीPublished: Jul 23, 2019 06:42:00 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-महीनों से शहरवासियों को मिल रहा हैं दूषित पेयजल-तीन साल से सीवर समस्या से जूझ रहे हैं लोग-पार्षद कई बार सदन और कार्यकारिणी में उठा चुके हैं मुद्दा-नगर आयुक्त कक्ष के सामने दे चुके हैं धरना-कांग्रेस पार्षद दल के नेता बोले दो महीना पहले जीएम जलकल को बताया था-वीडियो और फोटो भी सौंपा गया था जीएम जल कल को
 

दूषित पेयजल आपूर्ति और ध्वस्त सीवर लाइन के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

दूषित पेयजल आपूर्ति और ध्वस्त सीवर लाइन के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

वाराणसी. शहरवासी महीनों ने दूषित जलापूर्ति और ध्वस्त सीवर सिस्टम की मार झेल रहे हैं। गैर भाजपाई पार्षद से लेकर अन्य जन प्रतिनिधि कई बार नगर निगम और जलकल पर धरना-प्रदर्शन कर चुके। नागरिक जगह-जगह धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन जलकल और नगर निगम प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं। यहां तक कि यह मसला नगर निगम सदन और कार्यकारिणी समिति की बैठक में भी उठाया जा चुका है, प्रस्ताव पारित हुए लेकिन अफसरों की कान पर जूं तक नहीं रेग रहा। ऐसे में अब कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया और पार्षद दल के नेता सीताराम केशरी के नेतृत्व में पहुंच गए जलकल कार्यालय और शुरू कर दिया अनिश्चित कालीन धरना।
पत्रिका से बातचीत में सीताराम केशरी ने बताया कि महीनों से शहर में सीवर मिश्रित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। पहले टैप वाटर से काला गंदा बदबूदार पानी आता था उसे जलकल के जीएम को दिखाया गया। अब तो नल से कीड़े निकलने लगे है। ताज्जुब तो यह कि जब इस बाबत एक्सिएन से शिकायत की गई तो उनका जवाब था कि एक ही घर की तो यह शिकायत है। केशरी ने कहा कि एक भी घर में नल से कीड़ा क्यों निकले? क्या वहां इंसान नहीं रहते। क्या वो हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, सीवर टैक्स नहीं देते।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि यह एक-दो घर की बात नहीं, पूरे शहर का यही हाल है। एक भी मोहल्ला ऐसा नहीं जहां के लोग दूषित पेयजल से पीड़ित न हों। हालात इतने खराब हैं कि लोग इस सीवर मिश्रित पेयजल से बीमार पड़ने लगे हैं। लोग पीलिया और अन्य संक्रामक रोग की गिरफ्त में आ रहे हैं। लेकिन स्थानीय प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं रहा तो हम लोग आजिज आ कर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने को बाध्य हुए।
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बताया कि दो महीना पहले भी आए थे, जीएम जलकल को सारी जानाकरी दी थी। 15 दिन पहले भी आए थे, तब जीएम ने एक पखवारे की मोहलत मांगी थी मियाद पूरी हो गई तो मंगलवार से धरना शुरू कर दिया। अब जब तक समस्या दूर नहीं होती यहां से उठने वाले नहीं हैं।
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उन्होंने कहा कि सिर्फ दूषित पेयजल का ही मामला नहीं है, इस शहर की सीवर लाइन इस कदर ध्वस्त है कि लोगों के घर-आंगन में सीवर का गंदा पानी उतरा रहा है। सड़कों और गलियों का हाल यह है कि लोगों का कारोबार ठप है, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। ये हाल तब है जब इस शहर में बारिश नहीं हो रही है। शहर उत्तरी और शहर दक्षिणी का हाल सबसे बुरा है। चार साल हो गए एक नाला नगर निगम नहीं साफ करा पाया। एक बार अगर जोरदार बारिश हो जाए तो पूरा शहर डूबने लगेगा। पिछले पांच साल से पूरे शहर की गलियां बजबजा रही हैं।
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इस धरना प्रदर्शन में अजीत सिंह, हाजी ओकास अंसारी, बबलू शाह, गुलशन अली, डॉ अख्तर अली, असलम खां, रमजान अली, साजिद अंसारी, मो रियाजुद्दीन, मयंक चौबे, विनय साजेदा, प्रिंस खगोलन, अफजाल अंसारी, अनीसुर्रहमान अंसारी, अखिलेश यादव, विश्वनाथ, कुंवर विश्वनाथ आदि शामिल रहे। देर शाम पूर्व विधायक अजय राय और यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राघवेंद्र चौबे भी धरना स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन जताया तथा विरोध प्रकट किया।
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