पत्रिका से बातचीत में सीताराम केशरी ने बताया कि महीनों से शहर में सीवर मिश्रित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। पहले टैप वाटर से काला गंदा बदबूदार पानी आता था उसे जलकल के जीएम को दिखाया गया। अब तो नल से कीड़े निकलने लगे है। ताज्जुब तो यह कि जब इस बाबत एक्सिएन से शिकायत की गई तो उनका जवाब था कि एक ही घर की तो यह शिकायत है। केशरी ने कहा कि एक भी घर में नल से कीड़ा क्यों निकले? क्या वहां इंसान नहीं रहते। क्या वो हाउस टैक्स, वाटर टैक्स, सीवर टैक्स नहीं देते।
ये भी पढें- नंगे बदन पार्षद बैठे धरने पर, लगाया आरोप, नगर निगम के अधिकारी बेलगाम, सदन का आदेश भी नहीं मानते कांग्रेस नेता ने कहा कि यह एक-दो घर की बात नहीं, पूरे शहर का यही हाल है। एक भी मोहल्ला ऐसा नहीं जहां के लोग दूषित पेयजल से पीड़ित न हों। हालात इतने खराब हैं कि लोग इस सीवर मिश्रित पेयजल से बीमार पड़ने लगे हैं। लोग पीलिया और अन्य संक्रामक रोग की गिरफ्त में आ रहे हैं। लेकिन स्थानीय प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं रहा तो हम लोग आजिज आ कर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने को बाध्य हुए।
ये भी पढें-सीएम योगी की चेतावनी भी नहीं आई काम, बूंद-बूंद पानी को तरस रहे बनारसी बताया कि दो महीना पहले भी आए थे, जीएम जलकल को सारी जानाकरी दी थी। 15 दिन पहले भी आए थे, तब जीएम ने एक पखवारे की मोहलत मांगी थी मियाद पूरी हो गई तो मंगलवार से धरना शुरू कर दिया। अब जब तक समस्या दूर नहीं होती यहां से उठने वाले नहीं हैं।
ये भी पढें-मानसून सक्रिय होते ही बनारस में जगह-जगह Water logging उन्होंने कहा कि सिर्फ दूषित पेयजल का ही मामला नहीं है, इस शहर की सीवर लाइन इस कदर ध्वस्त है कि लोगों के घर-आंगन में सीवर का गंदा पानी उतरा रहा है। सड़कों और गलियों का हाल यह है कि लोगों का कारोबार ठप है, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। ये हाल तब है जब इस शहर में बारिश नहीं हो रही है। शहर उत्तरी और शहर दक्षिणी का हाल सबसे बुरा है। चार साल हो गए एक नाला नगर निगम नहीं साफ करा पाया। एक बार अगर जोरदार बारिश हो जाए तो पूरा शहर डूबने लगेगा। पिछले पांच साल से पूरे शहर की गलियां बजबजा रही हैं।
ये भी पढें-मानसूनी सत्र में बनारसी डूबने को रहें तैयार, अपनी तैयारी से नगर निगम ही आश्वस्त नहीं इस धरना प्रदर्शन में अजीत सिंह, हाजी ओकास अंसारी, बबलू शाह, गुलशन अली, डॉ अख्तर अली, असलम खां, रमजान अली, साजिद अंसारी, मो रियाजुद्दीन, मयंक चौबे, विनय साजेदा, प्रिंस खगोलन, अफजाल अंसारी, अनीसुर्रहमान अंसारी, अखिलेश यादव, विश्वनाथ, कुंवर विश्वनाथ आदि शामिल रहे। देर शाम पूर्व विधायक अजय राय और यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राघवेंद्र चौबे भी धरना स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन जताया तथा विरोध प्रकट किया।