बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस ने इसी तरह का अभियान चलाया था जिसे खाट सभा का नाम दिया गया था। तब राहुल गांधी खुद गांव-गांव जा रहे थे। कांग्रेस के लोगों ने किसानों ने मांग पत्र भी भरवाया था। उस खाट सभा से बड़ी तादाद में किसान कांग्रेस से जुड़े थे। लेकिन समाजवादी पार्टी से गठबंधन के बाद उस योजना का लाभ कांग्रेस को नहीं मिल पाया था। ऐसे में कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने इस बार भी 2022 चुनाव से पहले किसानों पर फोकस किया है।
प्रदेश कांग्रेस अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान भाजपा की किसान विरोधी नीतियों से परेशान है। आवारा पशुओं के आतंक से पूरा प्रदेश का किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार बिजली का बिल बढ़ाया जा रहा है। कर्जमाफी के नाम पर किसानों को भाजपा सरकार ने छला है| गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ| योगी सरकार में गन्ने का एक रुपया दाम नहीं बढ़ा।
धान खरीद के नाम पर सरकार और बिचौलियों की साठ-गांठ के चलते किसान 1400-1500 रूपये में धान बेंचने को मजबूर हुआ है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार के बाद भी सरकार ने एक पैसा किसानों को मुआवजा नहीं दिया।
किसान जनजागरण अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि 40 दिन तक चलने वाले इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 2 करोड़ 71 लाख 26 हज़ार लोगों से संवाद स्थापित किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक ब्लाक में रोजाना 300 किसान परिवारों से मिलकर कांग्रेस कार्यकर्ता किसान मांग पत्र भरवाएंगें। यानि कि एक दिन में इस अभियान में लगभग ढाई लाख परिवारों से हम जनसंपर्क करेंगे।
इस पूरे अभियान में 55 लाख परिवारों से संपर्क किया जाएगा। अभियान की शुरुआत में हर जिले में प्रेस वार्ता की जाएगी। उसके अगले दिन अभियान की शुरुआत ब्लाक स्तर पर प्रेस वार्ता और बैठक करके शुरू किया जाएगा।
अभियान में प्रत्येक ब्लाक पर न्यूनतम 30 कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतिदिन 10 पीड़ित किसानों के बीच जाकर किसान मांग पत्र भरेंगे| अभियान के दौरान 25 हज़ार कांग्रेस कार्यकर्ता गाँव-गाँव जाकर किसानों से संपर्क करेंगे।
इसके साथ ही साथ 17 फरवरी से 23 फरवरी तक प्रदेश के सभी ब्लाकों में दो- दो नुक्कड़ सभा करके किसान विरोधी सरकार की करतूतों को उजागर किया जायेगा| इस तरह लगभग 12 हज़ार नुक्कड़ सभा पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेता करेंगे।
किसान मांग पत्र-(किसान मांग रहा है) भरवाकर सरकार के प्रतिनिधि को भेजा जायेगा| इस अभियान में इसके साथ ही किसान की बात के नाम से एक और फार्म भरवाया जायेगा जिसमें किसानों का विवरण और समस्याओं को भरा जायेगा।
अभियान के दूसरे चरण में भाजपा के विधायकों-सांसदों को किसानों के मुद्दे पर ‘सरकार जगाओ-किसान बचाओ’ नारे के साथ ज्ञापन दिया जाएगा।
अभियान के तीसरे चरण में तहसील दिवस पर प्रदर्शन किया जायेगा और पीड़ित किसानों का नाम लेकर उनकी समस्याओं को हाईलाइट किया जायेगा ताकि प्रशासन उस किसान की समस्या हल करे।
अभियान के चौथे चरण में जिला पर जिलाधिकारी का घेराव किया जाएगा। पूरे अभियान के दौरान करीब 800 प्रदर्शन के जरिये जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों को किसानों की समस्या पर घेरा जाएगा। अभियान के पांचवे चरण में लखनऊ में एक बड़ा किसान मार्च किया जाएगा
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि पूरे प्रदेश का किसान त्रस्त है। भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार किसानों को ठग रही है। भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी लेकिन किसानों को उनकी फसलों का दाम नहीं मिल रहा है। किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हुआ है| उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारों को कांग्रेस की प्रदेश सरकारों से सीखना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस की प्रदेश सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान में सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ़ किया गया। छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ किया गया, जिसका लाभ 35 लाख परिवारों को मिल।| छत्तीसगढ़ में किसानों का धान 2500 प्रति कुंतल खरीदा जा रहा है।
कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में कृषि विकास दर दोगुनी थी लेकिन आज देश के अन्नदाताओं की हालत लगातार बदतर होती जा रही है।
उन्होंने बताया कि अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बाराबंकी के सरैया गाँव में किसानों से मांग पत्र भरवाकर किसान अभियान की शुरुआत करेंगे और जनसभा को संबोधित किया जायेगा।