वरिष्ठ काग्रेस नेता अजय राय ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने अपनी सहूलियत के लिए महात्मा गांधी का अपमान किया है। बताया कि महात्मा गांधी 09 जनवरी को दक्षिण अफ्रीक से भारत लौटे थे। यही वजह थी कि 2003 से 2017 तक हर साल 09 जनवरी को ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता रहा है। लेकिन इस बार पीएम ने अपनी सहूलियत के लिहाज से इसकी तिथि बदल कर 21 जनवरी कर दिया। यह कहने पर कि बीजेपी का तर्क है कि प्रयागराज में लगे अर्द्ध कुंभ के चलते तिथि में परिवर्तन किया गया। इस पर अजय राय ने कहा कि 09 जनवरी को कार्यक्रम शुरू करने के बाद भी प्रवासी भारतीयों को 14 जनवरी मकर संक्रांति पर प्रयागराज कुंभ में ले जाया जा सकता था। मकर संक्रांति से बडा कौन सा पर्व होता है। यह सब व्यक्तिगत सहूलियत की वजह से तिथि में परिवर्तन किया गया जो निंदनीय है, कांग्रेस और देश की जनता को इसका जवाब देनाप होगा।
ये भी पढ़ें- प्रधानमंत्री की विदेश व अर्थ नीति पर बड़ा सवाल, पड़ोसी राष्ट्र का किया अपमानः कांग्रेस कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने न केवल तिथि बदली प्रवासी भारतीय दिवस की बल्कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम जो 2003 से 2015 तक लगातार हर साल होता रहा उसमें दो साल का गैप किया। उन्होंने सवाल किया कि इस तरह के आयोजन में गैप क्यों? कहा कि यह समारोह जब महात्मा गांधी के भारत वापस आने की तिथि को लेकर मनाया जाता है तो यह हर साल मनाया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा न कर के अपनी सहूलियत पर ध्यान दिया गया। यह महात्मा गांधी का अपमान है। देश की जनता और कांग्रेस यह जानना चाहती है कि ऐसा क्यों किया गया।
उन्होंने इस प्रवासी भारतीय दिवस के शुरू से अब तक की तिथियों और वर्ष का कैलेंडर भी जारी किया जो निम्नवत है.. प्रवासी भारतीय दिवस का कैलेंडर -पहला प्रवासी भारतीय दिवस- 2003 नई दिल्ली
-दूसरा प्रवासी भारतीय दिवस-2004 नई दिल्ली
-तीसरा प्रवासी भारतीय दिवस-2005 मुंबई, महाराष्ट्र
-चौथा प्रवासी भारतीय दिवस-2006 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना)
-पांचवां प्रवासी भारतीय दिवस-2007 नई दिल्ली
-छठवां प्रवासी भारतीय दिवस-2008 नई दिल्ली
-सातवां प्रवासी भारतीय दिवस-2009 चेन्नई, तमिलनाडु
-आठवां प्रवासी भारतीय दिवस-2010 नई दिल्ली
-नौवां प्रवासी भारतीय दिवस-2011 नई दिल्ली
-दसवां प्रवासी भारतीय दिवस-2012 जयपुर, राजस्थान
-ग्यारहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2013 कोची, केरल
-बारहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2014 नई दिल्ली
-तेरहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2015 गांधी नगर, गुजरात
-चौदहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2017 बंगलूरू, कर्नाटक
-पंद्रहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2019 वाराणसी, उत्तर प्रदेश
-दूसरा प्रवासी भारतीय दिवस-2004 नई दिल्ली
-तीसरा प्रवासी भारतीय दिवस-2005 मुंबई, महाराष्ट्र
-चौथा प्रवासी भारतीय दिवस-2006 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना)
-पांचवां प्रवासी भारतीय दिवस-2007 नई दिल्ली
-छठवां प्रवासी भारतीय दिवस-2008 नई दिल्ली
-सातवां प्रवासी भारतीय दिवस-2009 चेन्नई, तमिलनाडु
-आठवां प्रवासी भारतीय दिवस-2010 नई दिल्ली
-नौवां प्रवासी भारतीय दिवस-2011 नई दिल्ली
-दसवां प्रवासी भारतीय दिवस-2012 जयपुर, राजस्थान
-ग्यारहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2013 कोची, केरल
-बारहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2014 नई दिल्ली
-तेरहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2015 गांधी नगर, गुजरात
-चौदहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2017 बंगलूरू, कर्नाटक
-पंद्रहवां प्रवासी भारतीय दिवस-2019 वाराणसी, उत्तर प्रदेश
उन्होंने कहा कि इस सम्मलेन को बिग इवेंट बनाया गया, केवल पंप एंड शो हुआ और गरीबों, बेसहारों पर कहर ढाया गया। ठेला, खोमचा, पटरी व्यवसायियों को उजाड़ दिया गया जो सरासर गलत है।