पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद संभव है जनवरी 2019 की शुरूआत में ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बज जाए। ऐसा मानते हुए कांग्रेस ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। बाहर से भले ही न दिखाई दे पर अंदर-अंदर तेजी से काम चल रहा है। कुछ नीतिगत मसलों पर भी गतिरोध दूर करने के साथ ही उन्हें अमली जामा पहनाने का काम अंतिम दौर में है। इसके तहत यूपी में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा इस पर बात काफी आगे तक बढ़ चुकी है। रायबरेली से कौन कैंडिडेट होगा यह भी लगभग तय है। गठबंधन करना है या नहीं यह मसला भी राहुल गांधी काफी हद तक तय कर चुके हैं। जल्द ही इसका खुलासा भी हो जाएगा।
लेकिन जो सबसे अहम् मुद्दा है वह है लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करना। इसकी तैयारी भी साथ-साथ चल रही है। इसमें देश के विषय विशेषज्ञों की राय तो ली ही जा रही है। अब तो कांग्रेस ने बाकायदा वेबसाइट लांच कर दी है जिस पर आम लोगों की राय ली जाएगी। इस वेबसाइट पर देश की 16 भाषाओं में राय दी जा सकेगी। यानी राहुल गांधी ने जो बात गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कही थी कि घोषणा पत्र आम लोगों की राय से बनेगा। उसे अब लोकसभा चुनाव में अमली जामा पहनाने की तैयारी है। इस पर काम शुरू हो गया है।
एआईसीसी सदस्य और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ राजेश मिश्र ने इस मुद्दे पर पत्रिका से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी तो पहले से ही इसके हिमायती रहे हैं। वह कई बार कह चुके कि शासन जनता की राय से चलेगा, विकास की योजनाएं जनता की राय से बनेंगी। इसके पीछे उनकी सोच यही है कि जब किसी क्षेत्र के विकास की योजना बनाई जाती है तो उसमें स्थानीय लोगों की सहभागिता जरूर रहनी चाहिए। इसी तरह जब हम लोकसभा चुनाव में आम जन के बीच जाएंगे तो उनकी हमसे क्या अपेक्षा है यह जानना भी जरूरी है। इसी सोच के साथ यह रणनीति अपनाई गई होगी। यह अच्छा कदम है। इससे कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। जनता का एजेंडा जब कांग्रेस का एजेंडा बनेगा तो लोग वोट भी कांग्रेस को ही देंगे। राहुल जी के इस कदम का स्वागत करना चाहिए।