scriptकांग्रेस बनारस में लेगी अमेठी का बदला, अमित शाह का होगा जोरदार विरोध | Congress revenge of Amethi in Varanasi big protest against Amit Shah | Patrika News

कांग्रेस बनारस में लेगी अमेठी का बदला, अमित शाह का होगा जोरदार विरोध

locationवाराणसीPublished: Jan 19, 2018 03:46:42 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

महानगर कांग्रेस ने बनाई रणनीति। यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई और अन्य फ्रंटल संगठन भी दिखाएंगे ताकत।

महानगर कांग्रेस की आपात बैठक

महानगर कांग्रेस की आपात बैठक

वाराणसी. अमेठी में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा हंगामा करने का बदला कांग्रेस बनारस में लेगी। इसकी रणनीति तैयार कर ली गई है। कांग्रेसी जोरदार तरीके से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का विरोध करेंगे। रणनीति के तहत जहां महात्मागांधी काशी विद्यापीठ के खेल मैदान के अंदर घुस कर विरोध करने का मंसूबा बांधा है कांग्रेसजनों ने। वहीं यह भी संभव है कि बनारस की सीमा में प्रवेश करते कांग्रेसी भाजपा अध्यक्ष को काला झंडा दिखा कर पुरजोर विरोध करें। इसमें मूल संगठन सहित पार्टी के सभी फ्रंटल संगठन भी शामिल रहेंगे। यह फैसला शुक्रवार को मैदागिन स्थित कांग्रेस भवन में हुई महानगर कांग्रेस की बैठक में लिया गया। यह बैठक महानगर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष मणिंद्र नाथ मिश्र की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर महानगर कांग्रेस कमेटी के प्रभारी दुर्गा प्रसाद भी मौजूद रहे।
बता दें कि अध्यक्ष बनने के बाद तीन दिन पहले ही राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी पहुंचे थे। वहां उनके पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों और कांग्रेसजनों ने पार्टी अध्यक्ष का जोरदार खैरमकदम किया था। उनके रोड शो में काफी भीड़ थी। लेकिन आरोप है कि राहुल की सभा जब शुरू हुई तो उसमें भाजपा कार्यकर्ता घुस गए और उन्होंने जमकर हंगामा किया। पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। कई लोगों को चोटें आईं। इस कारण राहुल गांधी की सभा हो ही नहीं पाई। इसे लेकर यूपी सहित देश भर के कांग्रेसियों में जबरदस्त आक्रोश है। इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कार्यक्रम लग गया। वह 20 जनवरी को बनारस आ रहे हैं और इस दिन वह महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के खेल मैदान में युवा सम्मलेन को संबोधित करेंगे। ऐसे में कांग्रेस इस हाथ लगे मौके को जाया करने के मूड में नहीं हैं। कारण भी साफ है कि हालिया घटना है अमेठी की उसके बाद अगर कांग्रेसी बनारस में अमित शाह का विरोध करने में कामयाब हो जाते हैं तो यह बड़ा संदेश जाएगा देश में। ऐसे में महानगर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष मणिंद्र नाथ मिश्र ने संगठन की आपात बैठक बुला कर उसमें भाजपा अध्यक्ष के विरोध का तानाबाना बुना।
कांग्रेस की बैठक
बैठक में विरोध की रणनीति तो बनी लेकिन कांग्रेसी यह दावा कर रहे हैं कि वह अमेठी की तर्ज पर भाजपा की तरह अमित शाह के कार्यक्रम में हंगामा नहीं करने वाले। लेकिन विरोध तो करेंगे। मणिंद्र ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है। उसकी अपनी एक परंपरा है। हमारार विरोध लोकतांत्रिक तरीके से होगा। हम महात्मागांधी काशी विद्यापीठ जो एक प्राचीन शैक्षणिक संस्था है। इसका आजादी के इतिहास में अपना योगदान रहा है। यहां से कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी निकले हैं। ऐसे में हमारा विरोध किसी शैक्षणिक संस्था को राजनीति का अखाड़ा बनाने के विरुद्ध है।
महानगर कांग्रेस की बैठक
यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव “अन्नू” ने कहा कि जिस तरह से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले तीन साल से देश भर की शैक्षणिक संस्थाओं का भगवाकरण कर रही है, कांग्रेस उसका विरोध कर रही है। कांग्रेस का मानना है कि शैक्षणिक संस्थाओं को राजनीति से दूर रखना चाहिए। विश्वविद्यालय राजनीति का अखाड़ा नहीं है। भाजपा को अपने अध्यक्ष का कार्यक्रम करना ही था तो वह अन्यत्र कोई स्थल चुन सकती थी। क्यों काशी विद्यापीठ को ही चुना गया। फिर वह मैदान जिसे काशी के प्राचीन पंजाबी दशहरा तक के लिए नहीं दिया जाता। वह पंजाबी दशहरा जो आजादी के साथ शुरू हुआ था उस दशहरे के लिए रावण दहन के लिए विद्यापीठ प्रशासन ने यह कह कर मना कर दिया कि इससे खेल मैदान खराब हो जाता है तो क्या बीजेपी अध्यक्ष के इस सम्मेलन से मैदान समतल होगा? तब मैदान खराब नहीं होगा। कांग्रेस का विरोध यह है।
महानगर कांग्रेस की बैठक
कांग्रेसजनों ने इस बैठक में तय किया कि सभी पार्षद, वार्ड अध्यक्ष अपने-अपने इलाके से जुलूस निकाल कर दिन के 11 बजे तक लहुराबीर आजाद पार्क पहुंचेंगे। वहां से एकजुट हो कर प्रदेश कांग्रेस व वाराणसी के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्र व पूर्व विधायक अजय राय के नेतृत्व में मार्च निकाला जाएगा तो काशी विद्यापीठ तक जाएगा। कोशिश होगी विद्यापीठ के भीतर घुसा जाए। मंच तक पहुंचा जाए। पार्टी अध्यक्ष को यह बताया जाए कि यह खेल का मैदान है राजनीति का नहीं। पार्टीजन वहां देश के अन्य ज्वलंत मुद्दों को भी उठाएगी। मसलन जस्टिस लोया हत्या कांड, सुप्रीम कोर्ट के चार जजों का प्रेस के सामने आ कर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ बयान देने, विश्वहिंदू परिषद नेता तोगड़िया का मीडिया के सामने आ कर यह कहना कि दिल्ली के इशारे पर उनका एनकाउंटर करने की साजिश रची जा रही है। इस तरह के कई अन्य मसले भी उठाए जाएंगे। इतना ही नहीं यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता भोजूबीर इलाके में तैनात रहेंगे। वहां वहां स्थानीय लोगों के साथ मिल कर भाजपा अध्यक्ष के वाराणसी सीसा में प्रवेश करते ही उनका जोरदार विरोध करेंगे।
महानगर कांग्रेस की बैठक
सबसे अहं तो यह है कि भाजपा अध्यक्ष के विरोध में महिला कांग्रेस की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। पार्टी की महिलाएं बड़ी तादाद में सड़क पर निकलेंगी और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में होने वाले अमित शाह के सम्मेलन का विरोध कर अमेठी में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा में भाजपाजनों द्वारा हंगामा किए जाने का बदला लेंगी।
बैठक में डॉ जितेंद्रे सेठ, प्रमोद श्रीवास्तव, राम सुधार मिश्रा, अरुण शर्मा, अतुल मालवीय, विष्णुकांत मिश्र, अनिल श्रीवास्तव, आशुतोष ओझा, नागेंद्र पाठक, कन्हैया मिश्रा, इंद्रजीत सिंह, प्रतीक शर्मा, राजेंद्र मिश्र ‘राजू’, अमित मौर्या, रियाज अहमद बबलू आदि मौजूद रहे। इस मौके पर पूर्व पार्षद साजिद अंसारी के पिता के निधन पर दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि भी दी गई.
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो