बता दें कि मिर्जापुर में एनएच 7 के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। ऐसे में मिर्जापुर के जमुई की के किसानों की उर्वरा जमीन का अधिग्रहण हो रहा है। लेकिन किसान पीढ़ियों से जिस जमीन पर खेती करते चले आ रहे हैं उसके एवज में भूमि अधिग्रहण कानून के तहत उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं जिसे लेकर शासन-प्रशासन के खिलाफ वो आंदोलित है। 76 दिन हो गए पर मुआवजे के मुद्दे पर यूपी सरकार उनको लगातार अनसुना करती चली आ रही है।
ऐसे में इन किसानों की आवाज जब पहुंची कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के पास तो उन्होंने इन्हें इनका हक दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने का खाका तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को निर्देश दिया है। अब लल्लू के नेतृत्व में यूपी कांग्रेस ने जमुई को एक तरह से भट्टापारसौल बनाने का निर्णय किया है। वो जमुई के किसानों को उनका हक दिलाने के लिए अंतिम दम तक लड़ाई लड़ने को तैयार हो गए हैं।
ऐसे में अजय कुमार लल्लू अब 28 नवंबर को जमुई आ रहे हैं। वह दोपहर 12 बजे पहुंचेंगे जमुई के किसानों के पास, वहां किसान महापंचायत होगी जिसमें किसान कांग्रेस के प्रदेश के नेताओं के भी पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। यूपी कांग्रेस महासचिव विश्वविजय की मानें तो 28 नवंबर को जमुई के बहाने उत्तर प्रदेश के सभी किसानों के हक की लडाई का शंखनाद होगा। यह संघर्ष किसानों को उनका हक दिलाने तक जारी रहेगा। बिना रुके बिना थके।