परमधर्म संसद की तरफ से कहा गया कि इसे बनाने के लिए 21 कारीगरों ने काम किया। जो 21 दिन में बनकर तैयार किया गया। ये कारीगर यूपी के सहारनपुर के अलावा वाराणसी और मिर्जापुर से आए हैं।
बाल मंदिर स्वर्णालय श्रीरामलला का मॉडल विधि विधान से पूजा अर्चना कर जनता के सामने इसे लाया गया। रामालय ट्रस्ट के इस सिंहासन और मंदिर का सपना कितना साकार हो पाएगा इसे लेकर अभी देखना होगा।
इस मौके पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हम सनातन धर्मी शंकराचार्य की बात मानेंगे, जैसे ही शंकराचार्य का आदेश होगा, हम अयोध्या कूच करेंगे. कोई भी हमें राम से दूर नहीं कर सकता. अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, न कि स्मारक. राम इंसान नहीं, भगवान थे इस बात को हर किसी को समझना होगा।