मनोज सिंह इन्द्रानगर स्थित एक तीन मंजिले मकान में किराये पर रहता था पहले वह डीरेका में ठेकेदारी करता था। लेकिन दो साल से उसकी ठेकेदारी बंद थी। ें मनोज की पत्नी व दो बच्चे गांव में अपने नाना व नानी के यहां रहते थे। काम बंद होने से मनोज बहुत परेशान था और शराब पीने लगा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि मौत से पहले मनोज किसी से फोन पर बात कर रहा था और फिर कमरे में सोने चला गया। दूसरे दिन सुबह उसके माता-पिता पहुंचे तो देखा कि कमरा अंदर से बंद था। खिड़की से देखा तो मनोज का फंदे से लटकता हुआ शव दिखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव के सुसाइड करने से मचा था हड़कंप
पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में उस समय हड़कंप मच गया था जब शहर के बड़े ठेकेदार अवधेश श्रीवास्तव ने बकाया भुगतान नहीं होने पर पीडब्ल्यूडी के कार्यालय में गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। इस घटनाक्रम ने सीएम योगी आदित्यनाथ के अधिकारियों की कलई खोल दी थी। तीन अधिकारियों को जेल जाना पड़ा था जबकि अन्य फरार हो गये थे। बाद में यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद जलकल के ठेकेदार विनय श्रीवास्तव ने बकाया नहीं मिलने पर सुसाइड करने की कोशिश की थी और चिकित्सकों ने किसी तरह से उनकी जान बचायी।
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