30 फीसद में खत्म हो गई एंटीबॉडी बीएचयू के जीन वैज्ञानिक प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि, तीसरी लहर के खत्मे के बाद किए गए सर्वे में वाराणसी के 116 लोगों को शामिल किया गया। सर्वे में एंटीबाॅडी लेवल के वैरिएशन का अध्ययन किया गया। पता चला कि 30 फीसद लोगों में एंटीबॉडी खत्म हो चुकी हैं। और आने वाले दिनों में 70 फीसद लोगों में एंटीबॉडी खत्म हो जाएगी।
बीमार को करना होगा बचाव – बीएचयू प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि, नई वेव दो वजहें से बनती हैं पहला हाइब्रिड इम्यूनिटी। दूसरा वायरस कितना हमारी एंटीबॉडी पर प्रभाव डाल सकता है। पहली वेव के खत्मे पर इंफेक्शन किसी में नहीं था। कुछ लोग संक्रमित हुए थे पर रिइंफेक्शन सिर्फ 5 फीसद पर हुआ। तीसरी लहर में ओमीक्रॉन की वजह से रिइंफेक्शन बढ़ गया, पर 15 फीसद के ऊपर नहीं गया। मतलब कि जो लोग इंफेक्शन के शिकार होकर ठीक हो चुके हैं, उनको डरने की जरूरत नहीं है। जो कभी संक्रमित नहीं हुए है और वैक्सिनेटेड हैं, उनको बचाव करना होगा। साथ ही पहले से बीमार लोगों को कोरोना से बचाव के उपाय करने होंगे।
सीरो सर्वे जानें सीरो सर्वे के तहत देखा जाता है कि, आबादी के कितने हिस्से में एंटीबॉडी उपलब्ध है। हर लहर में लगातार एंटीबॉडी टेस्ट किया जा रहा है।
हाइब्रिड इम्यूनिटी जानें किसी भी वायरस के किसी भी वैरिएंट को रोकने में हाइब्रिड इम्यूनिटी सक्षम होती है। पर चिंता की बात है कि, यह घट रही है।
31 करोड़ को सुरक्षा कवच चौथी लहर धीरे-धीरे बढ़ रही है। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट मोड है। सीएम योगी ने ऐलान किया कि, यूपी 31 करोड़ से अधिक कोविड डोज का सुरक्षा कवच प्रदान करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है। यह ‘जीवन-रक्षक’ उपलब्धि आदरणीय प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिबद्धता का प्रतिफल है। कोरोना पर विजय के लिए आप भी अवश्य लगवाएं ‘टीका जीत का’
चौथी लहर की संभावना नहीं आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल का दावा है कि फिलहाल कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना नहीं है। वायरस के पुराने म्यूटेंट हैं, वही असर दिखा रहे हैं। टीकाकरण और 90 प्रतिशत लोगों में नेचुरल इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। यह जरूर है कि लोग, सुरक्षात्मक प्रक्रिया में लापरवाही बरतेंगे तो ये म्यूटेट फिर से अपना असर दिखा सकते हैं।