scriptमहिला डॉक्टरों को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में मिलेगी अनोखी सुविधा | Creche will open for children of female doctors in BHU Tram Center | Patrika News
वाराणसी

महिला डॉक्टरों को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में मिलेगी अनोखी सुविधा

आईएमएस बीएचयू ने अपनी महिला डॉक्टरों के लिए अनोखी सुविधा देने का फैसला किया है। इसके तहत ये महिला डॉक्टरों ड्यूटी के वक्त भी अपने छोटे बच्चों को लेकर अस्पताल आएंगी। अस्पताल परिसर में क्रेश होगा जहां बच्चों की देखभाल की जाएगी। इसके लिए अलग से कर्मचारी भी रखे जाएंगे।

वाराणसीFeb 01, 2022 / 11:29 am

Ajay Chaturvedi

ट्रामा सेंटर-बीएचयू

ट्रामा सेंटर-बीएचयू

वाराणसी. अस्पताल आने वाली महिला डॉक्टरों को आईएमएस बीएचयू अनोखी सुविधा का उपहार देने जा रहा है। इस सुविधा के चालू होने के बाद किसी महिला डॉक्टर को अपने छोटे बच्चों की परवरिश की चिंता नहीं होगी। वो 24×7 अपने बच्चों पर निगाह रख सकेंगी। यहां तक कि ड्यूटी ऑवर में भी। दरअसल आईएमएस बीएचयू ने ट्रामा सेंटर में क्रेच की सुविधा (शिशु सदन) खोलने जा रहा है।
बच्चों के लिए चिंतित महिला डॉक्टरों को विशेष सुविधा
क्रेच के खुलने के बाद महिला डॉक्टर जो अक्सर अपने छोटे बच्चों को लेकर खासी चिंतित रहा करती थीं उनकी चिंता दूर होगी। वजह ये कि वो ड्यूटी पर आते वक्त अपने मासूम बच्चे को साथ ला सकेंगी। ये बच्चे इस क्रेच में पूरे ड्यूटी ऑवर रहेंगे। ऐसे में डॉक्टर जब भी खाली होंगी, अपने बच्चे को वो समय दे पाएंगी। क्रेच के शुरू होने के बाद उन्हें छोटे बच्चों को घर पर छोड़ कर आने या किसी प्ले ग्रुप में दाखिला दिलाने की जरूरत नहीं होगी।
रात्रिकालीन ड्यूटी में होगा मददगार
ये क्रेच खास तौर पर उन महिला डॉक्टरों के लिए वरदान होगा जिनकी ड्यूटी रात में होती है। ऐसे में पूरी रात वो अपने बच्चों से दूर रहती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। वो रात्रिकालीन ड्यूटी में भी बचेचे को साथ ला सकेंगी, क्योंकि ये क्रेच 24 घंटे काम करेगा। ऐसे में बच्चों की चिंता छोड़ व मरीजों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। साथ-साथ बच्चे पर भी।
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क्रेच में मिलेंगी ये सुविधाएं
क्रेच यानी शिशु सदन में बच्चों के खेलने के लिए झूला, खिलौने तो होंगे ही साथ ही बिस्तर आदि का भी इंतजाम होगा। साथ ही मिलेगी फोन व वीडियो कॉलिंग की सुविधा। बच्चों को दूध, फल भी मिलेंगे अन्य पोषाहार के साथ। विपरीत परिस्थियों यानी अगर बच्चे की सेहत बिगड़ती है तो उसके इलाज की पूरी व्यवस्था होगी। बच्चों के लिए किताबें भी उपलब्ध रहेंगी। साथ ही सबसे बड़ी बात कि इन बच्चों की उचित देखभाल के लिए कर्मचारी भी उपलब्ध होंगे।
“यह सुविधा बहुत जल्द शुरू हो जाएगी। इस पर तेजी से काम चल रहा है। क्रेच के चालू होने के बाद महिला डॉक्ट मरीजों पर समुचित ध्यान देने के साथ ही अपने बच्चों पर भी नजर रख सकेंगी।”-प्रो सौरभ सिंह, प्रभारी ट्रामा सेंटर
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